Breaking News

Independence Day: देश को लूटने वालों को धन लौटाना होगा, भ्रष्टाचार व परिवारवाद पर लाल किले से प्रहार

पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले से भ्रष्टाचार व भाई भतीजावाद तथा परिवार वाद के खिलाफ जंग को नई बुलंदी पर ले जाने के भी इरादे जाहिर कर दिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ना होगा। देश को लूटने वालों को लौटाना होगा।

भ्रष्टाचार व भाई भतीजावाद, परिवार वादी राजनीति के खिलाफ लड़ाई और देश की राजनीति व संस्थाओं के शुद्धि के लिए पीएम ने इस पर निर्णायक प्रहार के संकेत दिए। पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार गंदगी की तरह है। यह देश को खोखला कर रहा है। इसे साफ करना होगा। जिन्होंने देश को लूटा है, उन्हें लौटाना होगा। उन्होंने भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए देश की जनता से शक्ति मांगी। पीएम ने कहा कि परिवारवाद और भाई भतीजावाद का खात्मा करना होगा। इससे भ्रष्टाचार बढ़ता है। भ्रष्टाचार देश को मंजूर नहीं है।

पीएम ने कहा ये दोनों बड़ी चुनौतियां
पीएम ने कहा कि देश के सामने दो बड़ी चुनौतियां हैं। पहली चुनौती- भ्रष्टाचार और दूसरी चुनौती भाई-भतीजावाद, परिवारवाद। पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार से हर हाल में लड़ना होगा। बैंक लुटनेवालों की संपत्ति जब्त हो रही है। भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है। उससे देश को लड़ना ही होगा। हमारी कोशिश है कि जिन्होंने देश को लूटा है, उनको लौटाना भी पड़े, हम इसकी कोशिश कर रहे हैं।

2 लाख करोड़ रुपये गलत हाथों में जाने से रोके
जहां लोग गरीबी से जूझ रहे हैं, एक तरफ वो लोग हैं, जिन्हें रहने को जगह नहीं है और दूसरी तरफ वो लोग हैं, जिनके पास पैसा रखने की जगह नहीं है। भ्रष्टाचार के खिलाफ देश एक नए कालखंड में कदम रख रहा है। इसके खिलाफ लड़ाई को तेज करना है, निर्णायक मोड़ पर लेकर जाना है। आज मैं जनता से इसके लिए सहयोग मांगने आया हूं। हमने 2 लाख करोड़ रुपये गलत हाथों में जाने से रोके हैं। भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों के प्रति समाज में नफरत व इसके खिलाफ जागरूकता पैदा करने की जरूरत है।

योग्यता के आधार पर देश को आगे ले जाना जरूरी
पीएम ने योग्यता के आधार पर देश को आगे ले जाने के लिए ‘परिवारवाद’ के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने की बात कही। उन्होंने कहा, ‘मैं भाई भतीजावाद, परिवारवाद की बात करता हूं तो लोगों को लगता है मैं सिर्फ राजनीतिक क्षेत्र की बात कर रहा हूं। दुर्भाग्य से राजनीति की इस बुराई ने हिन्दुस्तान की सभी संस्थाओं में परिवारवाद को पोषित कर दिया है। इससे मेरे देश की प्रतिभा को नुकसान होता है।’