पर्यटन नगरी (tourist town) मनाली तथा आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों लगातार बारिश हो रही है. भारी बारिश के चलते यहां पर बहने वाले नदी नाले भी पूरे उफान पर हैं. बीती रात मनाली शहर(Manali City) सहित आस पास के क्षेत्रों में भारी बारिश होने से एक बार फिर ब्यास नदी का जलस्तर बढ गया है. ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ने से पलचान से मनाली शहर तक कई स्थानों पर मनाली-लेह नेशनल हाईवे (Manali-Leh National Highway) भी क्षतिग्रस्त हो गया है. एसडीएम मनाली ने सभी लोगों से बरसात के दिनों में नदी नालों से दूर रहने की अपील की है. बारिश से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है.
लगातार बारिश से ब्यास नदी के साथ लगते कई मकानों को खतरा पैदा हो गया है, जिन्हें मनाली प्रशासन के द्वारा खाली करवाया गया है. इसके साथ ही ब्यास नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण वशिष्ठ चौक के समीप प्रशासन द्वारा बनाया गया हेलीपैड भी क्षतिग्रस्त (helipad also damaged) हो गया है. वहीं आज दोपहर मनाली एसडीएम मनाली ने अपने सभी प्रशासनिक अधिकारियों संग घाटी में हुए नुकसान का जायजा लिया.
प्रशासन ने शुरू किया नुकसान का आंकलन, मनाली-लेह नेशनल हाईवे क्षतिग्रस्त
इस दौरान एसडीएम मनाली डा. सुरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि मनाली सहित आस पास के क्षेत्रों में देर रात हुई भारी बारिश से ब्यास नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया था, जिससे मनाली से पलचान के मध्य तीन चार स्थानों पर मनाली-लेह नेशनल हाईवे क्षतिग्रस्त हुआ है. उन्होंने कहा कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन संपत्ति को काफी नुकसान हुआ है.
ब्यास नदी का जल स्तर बढ़ा, नदी नालों के पास न जाने की लोगों को दी सलाह
एसडीएम ने कहा कि ब्यास नदी में जलस्तर की मात्रा बढने से कई घरों को भी खतरा हो गया है और उन्हें खाली करवाया गया है. उन्होंने घाटी के लोगों से आग्रह किया है कि बरसात के दिनों में कोई भी व्यक्ति नदी नालों के समीप न जाएं और सतर्कता बरतें.