राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (National Democratic Alliance) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) देश की 15वीं राष्ट्रपति (15th President) चुनी गई हैं। इस शीर्ष पद पर पहुंचने वाली वे दूसरी महिला हैं। आदिवासी समाज (tribal society) से आने वाली मुर्मू देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद (supreme constitutional office) पर पहुंच कर इतिहास रच दिया है। वे इस पद पर पहुंचने वाली पहली आदिवासी महिला है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुर्मू के आवास पर जाकर उन्हें बधाई दी। वहीं प्रतिद्वंदी रहे यशवंत सिन्हा ने भी ट्वीट कर नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को बधाई दी है।
आपको बता दें कि मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में 25 जुलाई को शपथ लेंगी। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है। देश के 14वें राष्ट्रपति बने रामनाथ कोविंद अब राष्ट्रपति भवन से विदाई लेने की तैयारी में हैं। 25 जुलाई, 2017 को देश के 14वें राष्ट्रपति के बने कोविंद का कार्यकाल रविवार को समाप्त हो रहा है। दो वर्ष का समय कोविड महामारी में बीतने के बाद भी उनके कार्यकाल को कई अहम उपलब्धियों के लिए याद किया जाएगा। बहरहाल, द्रौपदी मुर्मू कोविंद की जगह लेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आज वर्तमान राष्ट्रपति कोविंद को विदाई भोज दिया जाएगा।
छह देशों का सर्वोच्च सम्मान
भारत के राष्ट्राध्यक्ष के तौर पर उन्होनें 33 देशों की राजकीय यात्राएं की। मेडागास्कर, इक्वेटोरियल गिनी, इस्वातिनी, क्रोएशिया, बोलीविया और गिनी गणराज्य से सर्वोच्च राजकीय सम्मान प्राप्त हुआ।
सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र का दौरा किया
कोविंद ने मई 2018 में दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र लद्दाख के सियाचिन में कुमार पोस्ट का दौरा किया।
दूसरे दलित राष्ट्रपति
राज्यपाल के रूप में कोविंद की उपलब्धियों ने 2017 में उन्हें राष्ट्रपति पद का प्रबल दावेदार बनाया। वे केआर नारायणन के बाद शीर्ष संवैधानिक पद पर काबिज होने वाले दूसरे दलित बने।
पुस्तकों में गहरी दिलचस्पी
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के परौंख गांव में मामूली परिवार में जन्मे। एक ख्यातनाम वकील, सांसद और बिहार के राज्यपाल भी रहे। राजनीति, कानून, इतिहास और आध्यात्मिकता पर पुस्तकों में गहरी दिलचस्पी।