भारत के पड़ोसी देश इन दिनों आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं. खासकर श्रीलंका और पाकिस्तान में हालात बदतर हैं. कई देशों के कर्ज के बोझ तले दबा पाकिस्तान दिवालिया होने के कगार पर पहुंच चुका है. इसके बाद भी पाकिस्तान अपनी माली हालत सुधारने के लिए नया कर्ज ले रहा है.
चाइना टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान अब अपने दोस्त चीन से 19 हजार करोड़ रुपये का नया कर्ज लेने जा रहा है. इसके बदले उसे गिलगित और बाल्टिस्तान इलाकों को चीन के हवाले करना पड़ेगा. अपनी खस्ताहाल होती आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए पाकिस्तान ने यह कदम उठाने की तैयारी कर ली है.
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार कम हो रहा है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक से भी पाकिस्तान को 90 हजार करोड़ रुपये की मदद मिलने की कोई उम्मीद नहीं रह गई है. ऐसे में अब पाकिस्तान अपनी सरकारी संपत्तियों और इलाकों को गिरवी रख रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसी आशंका है कि पाकिस्तान अपने कब्जे वाले कश्मीर (POK) के इलाकों को भी चीन को सौंप सकता है.
सरकार ने 52 कानूनों को लिया हाथ में
पाकिस्तान ने गिलगित, बाल्टिस्तान और POK के 52 कानूनों को अपने हाथ में ले लिया है. इसके तहत पाकिस्तान सरकार को वहां की भूमि को किसी भी देश को लीज पर सौंपने का अधिकार मिल गया है. 2018 में पाकिस्तान सरकार ने गिलगित, बाल्टिस्तान और पीओके को और अधिकार देने का ऐलान किया था. गिलगित और बाल्टिस्तान के मुख्यमंत्री खालिद खुर्शीद खान ने पाकिस्तान सरकार पर 30 अरब रुपये की सहायता को मात्र 12 अरब रुपये करने का आरोप भी लगाया है.
हुंजा इलाके में चीन कर रहा नियोबिम की खुदाई
कर्ज के बदले चीन पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान में हुंजा इलाके से नियोबिम की बड़े पैमाने पर खुदाई कर रहा है. हुंजा में माणिक-मोती और कोयले के 120 लाख मीट्रिक टन के भंडार हैं. चीन को हुंजा में बड़ी जमीन लीज पर मिली हुई है. हाल ही में यहां के स्थानीय लोगों ने चीन को लीज जारी किए जाने के विरोध में भारी प्रदर्शन भी किया था.
पाक ने UAE को सरकारी कंपनियों के शेयर बेचे
चीन के अलावा पाकिस्तान ने UAE (संयुक्त अरब अमीरात) से भी मोटा उधार ले रखा है. अब 8 हजार करोड़ रुपये का लोन और लेने जा रहा है. इसके लिए वह 20 सरकारी कंपनियों के 12% से ज्यादा शेयर UAE को देगा. सऊदी अरब से भी 40 हजार करोड़ रुपये कर्ज लेने के लिए पाकिस्तान ने 2018 से अर्जी लगा रखी थी. फरवरी में ही सऊदी अरब ने पाकिस्तान को 10 हजार करोड़ का कर्ज दिया है.