जम्मू-कश्मीर (Jammu And Kashmir) में आम लोगों पर आतंकी हमले (Terror Attack) रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. गुरुवार को बडगाम (Budgam) में ईंट भट्ठे में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों पर हमला हुआ, जिसमें 1 मजदूर की मौत हो गई. जबकि एक मजदूर बुरी तरह से घायल है. घायल मजदूर का इलाज श्रीनगर के SMHS अस्पताल में जारी है.
आतंकियों ने मजदूरों पर अटैक बडगाम के मगरेपोरा चडूरा इलाके में किया. हमले में जान गंवाने वाले मजदूर का नाम दिलखुश बताया जा रहा है. वह बिहार का रहने वाला था. वहीं दूसरे मजदूर का नाम राजन है, वह पंजाब का रहने वाला है. बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कश्मीर में गैर कश्मीरी या हिंदू नागरिकों को चुन-चुनकर मारा जा रहा है.
पिछले महीने ऐसी तीन घटनाएं हुईं, जिनसे वहां रह रहे अल्पसंख्यक चिंतिंत हो गए हैं. 2 जून आतंकियों ने कुलगाम में एक बैंक मैनेजर पर फायरिंग की. इस हमले में बैंक मैनेजर विजय कुमार की मौत हो गई. वह हनुमानगढ़ राजस्थान के रहने वाले थे.
विजय कुमार कुलगाम के मोहनपोरा में देहाती बैंक मे तैनात थे. आतंकियों ने उस पर फायरिंग कर दी. इसके बाद उनकी मौत हो गई. सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. विजय कुमार के पिता ने बताया कि वह ट्रांसफर के लिए बैंक पीओ की तैयारी कर रहे थे, ताकि उसमें पास होकर ब्रांच मैनेजर बन सकें, लेकिन भगवान की कुछ और ही मंजूर था.
31 मई को कुलगाम में आतंकियों ने महिला टीचर रजनीबाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी. वह सांबा की रहने वाली थीं. उनकी हत्या कुलगाम के गोपालपोरा में की गई थी. रजनी गोपालपोरा हाई स्कूल में टीचर थीं. फायरिंग के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. इलाज के दौरान उनकी मौत हुई थी.
12 मई को जम्मू कश्मीर के बडगाम में आतंकियों ने राजस्व विभाग के एक अधिकारी को गोली मारी. तहसील ऑफिस में घुसकर आतंकियों ने राहुल भट्ट नाम के अधिकारी को निशाना बनाया. राहुल की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. कश्मीरी पंडित राहुल लंबे समय से राजस्व विभाग में काम कर रहे थे.
कल होगी हाई लेवल मीटिंग
बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह कल (3 जून) उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ हाई-लेवल मीटिंग करने वाले हैं. दोपहर के समय होने वाली इस बैठक में भी NSA डोभाल मौजूद रहेंगे. इसके अलावा मीटिंग में जम्मू-कश्मीर के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (Director General of Police) दिलबाग सिंह, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक कुलदीप सिंह और सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख पंकज सिंह भी मौजूद रहेंगे.
पिछले 22 दिनों से चल रहा प्रदर्शन
कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षा कैंप में रह रहे प्रदर्शनकारी रंजन जुत्शी ने बताया कि पिछले 22 दिनों से सभी प्रदर्शन कर रहे हैं. हमारी मांग है कि हमें यहां से सुरक्षित निकाला जाए. आज विजय कुमार की और परसों रजनी बाला की निर्मम हत्या कर दी गई. जिस दिन राहुल भट्ट की हत्या हुई थी, हमने उस दिन ही कहा था कि हमें यहां से सुरक्षित निकाला जाए. जिस तरह 1990 में हमारा पलायन हुआ था. अब सभी उस तरह ही पलायन कर रहे हैं. करीब 3000 कर्मचारी पहले ही जम्मू पहुंच चुके हैं. मट्टन इलाके से 20 गाड़ियां निकल चुकी हैं.