हिंदु धर्म में वास्तु(Vastu) शास्त्र का विशेष महत्व (special importance) है। मुख्यतः चार दिशाएं होती हैं, लेकिन सोने के लिये सभी दिशाओं का चुनाव करना ठीक नहीं होता। वास्तु शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को दक्षिण दिशा या पूर्व दिशा में सिर करके सोना चाहिए, यानि स्वाभाविक तौर पर अपने पैरों को उत्तर या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए,लेकिन उत्तर दिशा और पश्चिम दिशा की ओर सिर करके कभी भी नहीं सोना चाहिए।
सबसे पहले हम बात करेंगे दक्षिण दिशा (south direction) की ओर सिर करके सोने से क्या होता है। वास्तु शास्त्र में इस दिशा की ओर सिर करके सोना अच्छा माना गया है। इस दिशा में सिर करके सोने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से मुक्ति मिलती है, यानि यह दिशा सेहत(Health) के लिहाज से बेहतर है।
सोने से जुड़े कुछ जरूरी निर्देश…
–शास्त्रों में संध्या के वक्त, खासकर गोधूलि बेला में सोने की मनाही है.
–सोने से करीब 2 घंटे पहले ही भोजन कर लेना चाहिए. सोने से ठीक पहले कभी भी भोजन नहीं करना चाहिए.
–अगर बहुत जरूरी काम न हो तो रात में देर तक नहीं जागना चाहिए.
–जहां तक संभव हो, सोने से पहले चित्त शांत रखने की कोशिश करनी चाहिए.
–सोने से पहले प्रभु का स्मरण करना चाहिए और इस अनमोल जीवन के लिए उनके प्रति आभार जताना चाहिए.