केंद्र सरकार (central government) ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (Telangana CM K Chandrashekhar Rao) के बेटे के. टी. रामा राव के उन दावों को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि सीएम राव को राज्य में आयोजित हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रमों से दूर रहने को कहा गया था। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसे लेकर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और उनके बेटे पर निशाना साधा और कहा कि यह “बिल्कुल असत्य” है।
केंद्रीय राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट किया, “मीडिया में आई कुछ खबरों के अनुसार, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के बेटे ने दावा किया है कि पीएमओ ने संदेश भेजा कि श्री केसीआर को हैदराबाद में प्रधानमंत्री के कार्यकमों में भाग नहीं लेने दिया जाए. यह पूरी तरह से झूठ है. ऐसा कोई संदेश प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से नहीं भेजा गया।”
पीएम मोदी ने फरवरी में हैदराबाद का दौरा किया था और दार्शनिक रामानुजाचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया था. तेलंगाना के मुख्यमंत्री राव इस कार्यक्रम में उपस्थित नहीं थे. पिछले साल नवंबर में भारत बायोटेक कंपनी के परिसर का भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दौरा किया था और इसमें भी राव नहीं पहुंचे थे।
सिंह ने कहा, “वास्तव में तेलंगाना के मुख्यमंत्री को 5 फरवरी को आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित होना चाहिए था जब प्रधानमंत्री हैदराबाद आए थे. मुख्यमंत्री कार्यालय ने प्रधानमंत्री कार्यालय को सूचित किया था कि राव की तबियत ठीक नहीं है इसलिए वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकेंगे.”
तेलंगाना के आईटी मंत्री के टी रामा राव ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने मुख्यमंत्री से मोदी के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने को कहा था. कई आलोचकों ने इन पीएम के इन आयोजनों में सीएम केसीआर की अनुपस्थिति को “प्रोटोकॉल का घोर उल्लंघन” करार दिया था. लेकिन, उनके बेटे रामा राव ने इसका विरोध करते हुए कहा कि पीएमओ ने इन कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री को आमंत्रित नहीं करके उनका अपमान. “क्या यह पीएमओ की ओर से प्रोटोकॉल का उल्लंघन और एक प्रधानमंत्री द्वारा मुख्यमंत्री का अपमान नहीं है?