एशिया और भारत के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी को व्यापारिक मोर्चे पर एक और बड़ी कामयाबी मिली है। अबू धाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (IHC) ने अडानी ग्रुप की कंपनियों में 2 बिलियन डॉलर (15,400 करोड़) का निवेश करने का ऐलान किया है। अडानी ग्रुप की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार ये निवेश अडानी ग्रुप की तीन कंपनियों में किया जाएंगा।
आईएचसी की ओर से सबसे बड़ा अधिक 7700 करोड़ रुपए का निवेश अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज में किया जाएगा, इसके अलावा अडानी ट्रांसमिशन और अडानी ग्रीन एनर्जी में 3,850 -3850 करोड़ का निवेश होगा। कंपनी की ओर से इस फंड का प्रयोग बैलेंस शीट को मजबूत बनाने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
बाजार पूंजीकरण की बात की जाए तो शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद अडानी इंटरप्राइजेज का बाजार पूंजीकरण करीब 2.4 लाख करोड़ रुपए जबकि अडानी ट्रांसमिशन और अडानी ग्रीन एनर्जी का 2.8 लाख करोड़ और 3.6 लाख करोड़ रुपए है। इस निवेश के बाद आईएचसी की अडानी इंटरप्राइजेज में हिस्सेदारी करीब 4 फीसदी जबकि अडानी ट्रांसमिशन में 1.4 फीसदी और अडानी ग्रीन में हिस्सेदारी 1.3 फीसदी पहुंच जाएंगी।
पूरी डील पर गौतम अडानी के भतीजे और अडानी ग्रीन के कार्यपालक निदेशक सागर अडानी ने कहा कि ये लेनदेन अडानी और आईएचसी की साझेदारी में मील का पत्थर साबित होगा साथ ही यूएई से भारत और निवेश को आकर्षित करने में मदद करेगा।
ग्रीन एनर्जी में 70 बिलियन डॉलर निवेश करेगा अडानी ग्रुप: भविष्य में ग्रीन एनर्जी की मांग तेजी से बढ़ने वाली है जिस कारण देश दुनिया में बड़ी- बड़ी कंपनियां ग्रीन एनर्जी में बड़ा निवेश कर रही हैं। वहीं अडानी ग्रुप ने नवंबर में कहा था कि वह आने वाले दशक में ग्रीन एनर्जी में करीब 70 बिलियन डॉलर का निवेश करने वाला है, जिसकी मदद से वह दुनिया में ग्रीन डाटा स्टोरेज में नंबर वन और दुनिया में सबसे सस्ती हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा।