अमेरिकी रक्षा विभाग (US Department of Defense) के मुख्यालय पेंटागन(pentagon) के प्रेस सचिव जॉन किरब्यो ने कहा कि क्रेमलिन के हालिया दावे से किसी को भी मूर्ख नहीं बनने वाला कि यह अचानक कीव के पास सैन्य हमलों को कम कर देगा या यह अपनी पूरी सेनाओं को वापस ले लेगा. उन्होंने कहा कि ‘हमें लगता है कि कीव के आसपास से बहुत कम संख्या में रूसी सेनाएं (Russian army) निकली हैं.’
इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि ‘हमारा मानना है कि यह एक रिपोजिशनिंग(repositioning) है, वास्तविक वापसी नहीं है, और दुनिया को अब यूक्रेन(Ukraine) के अन्य क्षेत्रों पर बड़े हमले के लिए तैयार रहना चाहिए.पश्चिमी देशों के अधिकारियों ने कहा है कि रूस(russia) पूर्वी यूक्रेन(Ukraine) में सैनिकों का जमावड़ा कर रहा है लेकिन यह अभी नहीं कहा जा सकता कि क्या कीव के आसपास सैन्य अभियान कम करने का मॉस्को का दावा सही है.
खुफिया जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि मॉस्को, यूक्रेन के सबसे प्रशिक्षित और उपकरणों से लैस सुरक्षा बलों को घेरने की कवायद के तौर पर डोनबास में सैन्य तैनाती मजबूत कर रहा है.
पश्चिमी देश के एक अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि यह स्पष्ट है कि रूस के ‘‘हथकंडे और रणनीतियां बदल रही हैं’’ लेकिन अभी यह साफ नहीं है तस्वीर क्या हो सकती है.
वहीं, व्हाइट हाउस ने रूस के उन दावों को ‘‘झूठा’’ और ‘‘भ्रामक’’ बताया कि अमेरिकी सरकार मॉस्को के खिलाफ साइबर अभियान शुरू कर रही है.
अमेरिका के यूरोपीय कमान के नेता ने मंगलवार को कांग्रेस को बताया कि देश को यू्क्रेन पर रूस के आक्रमण को देखते हुए यूरोप में अधिक स्थायी और बारी-बारी से सैनिकों की तैनाती करने की आवश्यकता पड़ सकती है.
इस बीच, यूक्रेन के साथ वार्ता कर रहे रूस के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख ने कहा कि मॉस्को ताजा बैठक को समझौते की ओर एक कदम के तौर पर देखता है.