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81 हजार करोड़ के प्लान से अब ट्रेन का सफर होगा और फास्ट, दिसंबर से बदलेगी रेलवे की ये रणनीति

देश में कई बार ट्रेन की लेट लतीफी और ट्रेन कैंसेलेशन से लोग परेशान होते हैं, लेकिन अब इस परेशानी से जल्द ही निजात पाने वाले हैं। अब आपको ट्रेन की फास्ट सर्विसिंग के साथ ज्यादा से ज्यादा ट्रेन की सुविधा भी मिलने वाली है। दरअसल, भारतीय रेलवे (Indian railway) के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट DFC कॉरिडोर के पहले हिस्से पर गुड्स ट्रेनों का कमर्शियल रन शुरू होने जा रहा है। सरकार के इस खास प्लान का सीधा फायदा पैसेंजर्स को मिलने वाला है। फिलहाल, ये कोरिडोर का काम आधा शुरु होने वाला है, लेकिन जल्द ही इस प्लान का काम पूरे देश में फायदा पहुंचाएगा। इस प्लान से पैसेंजर जल्द ही अपने लक्ष्य पर पहुंचने में फायदा मिलेगा। इस खास प्लान में सरकार ने 81 हजार करोड़ रुपए व्यय किया है।

रेलवे द्वारा बनाए जा रहे कोरिडोर का काम माल गाड़ियों के लिए किया जा रहा है, ताकि माल गाड़ियों को नॉर्मल ट्रैक से हटाकर कोरिडोर में शिफ्ट किए जा सके। इस तरह मालगाड़ी नॉर्मल ट्रैक से बिल्कुल हट जाएगी और रेलवे ऑन रूट पर और ज्यादा ट्रेनें भी चला पाएगा और जो ट्रेन वर्तमान में चल रही है उनकी रफ्तार बढ़ाने में सहूलियत होगी। पैसेंजर्स को ऐसा लाभ दिसंबर से मिल सकता है।

कहा जा रहा है कि देश का सबसे बड़ा रेल प्रोजेक्ट डीएफसी कॉरिडोर 11 किलोमीटर पूरा हो गया। डीएफसी के जनरल मैनेजर ऑपरेशन वेद प्रकाश का कहना है कि दोनों ही कॉरिडोर ईस्टर्न और वेस्टर्न कॉरिडोर जून 2022 तक पूरे हो जाएंगे। इस कोरिडोर का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) उद्घाटन करेंगे।

ये कोरिडोर यूपी में खुर्जा से भावपुर जो कानपुर के पास है और इसकी लंबाई 351 किलोमीटर है, दूसरा बिहार के औरंगाबाद में चिरेलापातो से उत्तर प्रदेश के गंज ख्वाजा तक जिसकी लंबाई 100 किलोमीटर है और तीसरा गुजरात के पालनपुर से हरियाणा में रेवाड़ी तक इसकी लंबाई 650 किलोमीटर है। बता दें कि, पहला कोरिडोर दिसंबर से खोला जाएगा जोकि 351 किलोमीटर का होगा।