5G सर्विस लॉन्च होने में अब बस कुछ ही घंटे बाकी हैं। आज नई दिल्ली में India Mobile Congress (IMC) 2022 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत में आधिकारिक तौर पर 5G टेलीकॉम सर्विस को लॉन्च किया जाना है। इस कार्यक्रम में भारत में तीन प्रमुख टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर – रिलायंस जियो, वोडाफोन आइडिया (वीआई), और एयरटेल – भारत में 5G टेक्नोलॉजी की क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए तकनीकी डेमो भी दिखाएंगे। यह उपभोक्ताओं के लिए सिर्फ एक मोबाइल नेटवर्क से कहीं अधिक है। 5G ऐसे कई उपयोग के मामलों को सक्षम कर सकता है जो वायरलेस नेटवर्क के साथ पहले कभी संभव नहीं थे।
उपभोक्ता डोमेन में भी, 5G क्लाउड गेमिंग जैसे उपयोग के मामलों को सक्षम करके एक बड़ा बदलाव लाने जा रहा है, जिसे दूरसंचार कंपनियां मुद्रीकरण करने की उत्सुकता से मांग कर रही हैं। रिलायंस जियो, एयरटेल, वीआई और अदानी समूह भारत में 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में चार प्रमुख भागीदार थे। इस नीलामी के दौरान दूरसंचार विभाग (DoT) को 1.50 लाख करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं। सबसे पहले किन शहरों में मिलेगी सुविधा, चलिए जानते हैं….
किन शहरें में सबसे पहले मिलगी सुविधा?
भारत में 5G रोलआउट का पहला चरण 13 प्रमुख शहरों- अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और पुणे में होगा। वहीं टेलीकॉमटॉक ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि 5G गेम चेंजर होने वाला है, लेकिन यह देश के सभी यूजर्स के लिए धीरे-धीरे आएगा। Jio की शुरुआत चार जगहों- दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई से होगी। इसके लॉन्च के बाद, दिल्ली के कुछ हिस्सों में उपयोगकर्ता 5G का उपयोग कर सकेंगे। दिल्ली में हर उपयोगकर्ता और उपरोक्त शहरों पूरी तरह से 5G स्पीड मिलने में थोड़ा समय लगेगा। यही कारण है कि भले ही दूरसंचार कंपनियां 5G टैरिफ लॉन्च करती हैं, लेकिन वे 4G टैरिफ से बहुत अलग नहीं होंगी। या ऐसी संभावना हो सकती है कि 5G को 4G प्लान के साथ ही पेश किया जाएगा। यह सिर्फ इस बात पर भी निर्भर हो सकता है कि उपभोक्ता कहां है और उसे किस तरह का नेटवर्क कवरेज मिल रहा है।
पूरे भारत में कब तक मिलेगी 5G सुविधा?
कथित तौर पर रिलायंस जियो का लक्ष्य दुनिया में सबसे तेज 5G रोलआउट करना है। कंपनी ने खुलासा किया है कि वह 2023 के अंत तक पूरे भारत में 5G कवरेज की पेशकश करने की योजना बना रही है। इसी तरह, एयरटेल का लक्ष्य 2024 तक अखिल भारतीय कवरेज प्रदान करना है। इस बीच, वीआई अपने 5G रोलआउट को ग्राहक की मांग, कॉम्पीटिशन जैसे अन्य कारणों पर आधारित करेगा। कंपनी की निकट भविष्य में अपने नेटवर्क प्लान की टैरिफ दरों में वृद्धि करने की भी योजना है।
4G की तुलना में कितनी तेज होगी 5G की स्पीड?
एक हालिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय उपभोक्ता 5G अपग्रेड के लिए 45 प्रतिशत तक प्रीमियम देने को तैयार हैं। कहा जा रहा है कि देश में 5G-रेडी स्मार्टफोन वाले 100 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं। 5G तकनीक के मौजूदा 4G कनेक्टिविटी से करीब 10 गुना तेज होने की उम्मीद है।
5G से किन क्षेत्रों में मिलेगा फायदा?
इसके लो लैटेंसी रेट से माइनिंग, वेयरहाउसिंग, टेलीमेडिसिन और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों को लाभ होने की संभावना है। इसे अत्यधिक विश्वसनीय और एनर्जी-एफिशियंस भी कहा जा रहा है, जो शिक्षा और स्कील डेवलपमेंट में वर्चुअल रियलिटी/ ऑगमंटेड रियलिटी का उपयोग करने के लिए आदर्श हो सकती है। कहा जा रहा है कि 5G कनेक्टिविटी हाई स्पीड पर हाई क्वालिटी वाली वीडियो सर्विस लाती है। इस तकनीक का उपयोग आपदाओं की वास्तविक समय की निगरानी और ड्रोन-खेती में भी किया जा सकता है।