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4 जहाजों में सवार 620 लोगों को रेस्क्यू किया गया, P-305 पर मौजूद 273 लोग बचाए गए, 93 की तलाश जारी

चक्रवाती तूफान ताउते (Cyclone Tauktae Update) अब गुजरात में भी कमजोर पड़ गया है और आगे निकल गया है. उधर मुंबई के समुद्र में फंसे 4 जहाजों (4 Barge Ship Missing Update) पर सवार 713 लोगों में से 620 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है. हालांकि तूफ़ान में ONGC का एक बार्ज P305 डूब गया है, जिस पर सवार 93 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. नौसेना की ओर से बुधवार को बताया गया कि बेहद खराब मौसम से जूझते हुए उसके जवानों ने बजरा P-305 पर मौजूद 273 लोगों में से अब तक 184 को बचा लिया है. दो अन्य बजरों और एक अन्य ऑयल रिग पर फंसे सभी लोग सुरक्षित हैं.

बता दें कि ये बजरे चक्रवात ताउते के गुजरात तट से टकराने से कुछ घंटे पहले मुंबई के पास अरब सागर में फंस गए थे. नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘बुधवार सुबह तक, पी305 पर मौजूद 184 कर्मियों को बचा लिया गया है. आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता इन लोगों को लेकर मुंबई बंदरगाह लौट रहे हैं.’ प्रवक्ता ने कहा, ‘आईएनएस तेग, आईएनएस बेतवा, आईएनएस ब्यास, पी81 विमान और हेलीकॉप्टरों की मदद से तलाश एवं बचाव अभियान जारी है.’ नौसेना और तटरक्षक बल ने बजरे ‘जीएएल कन्स्ट्रक्टर’ में मौजूद 137 लोगों को मंगलवार तक बचा लिया था.

620 लोगों को बचाया गया

अधिकारियों ने बताया कि बजरे एसएस-3 पर मौजूद 196 लोग और ऑयल रिग सागर भूषण पर मौजूद 101 लोग सुरक्षित हैं. ओएनजीसी तथा एससीआई के पोतों के जरिए इन्हें तट तक सुरक्षित लाया जा रहा है. बचाव एवं राहत कार्यों में मदद के लिए क्षेत्र में आईएनएस तलवार भी तैनात है. नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि 707 कर्मियों को ले जा रहे तीन बजरे और एक ऑयल रिग सोमवार को समुद्र में फंस गए थे. इनमें 273 लोगों को ले जा रहा ‘पी305’ बजरा, 137 कर्मियों को ले जा रहा ‘जीएएल कंस्ट्रक्टर’ और एसएस-3 बजरा शामिल है, जिसमें 196 कर्मी मौजूद थे. साथ ही ‘सागर भूषण’ ऑयल रिग भी समुद्र में फंस गया था, जिसमें 101 कर्मी मौजूद थे. नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल मुरलीधर सदाशिव पवार ने कहा कि यह बीते चार दशक में सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण तलाश एवं बचाव अभियान है.

रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल थे 10 जहाज

सोमवार दोपहर से शुरू हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में नौसेना और तटरक्षक बल के 10 जहाजों ने हिस्सा लिया. INS शिकारा के कैप्टन डीएस पुरोहित ने कहा कि मंगलवार को मौसम साफ होते ही दो विमान और चार हेलिकॉप्टर भी तलाशी अभियान में शामिल हो गए. एक आपातकालीन पोत को भी रेस्क्यू में लगाया गया था. पश्चिमी नौसेना कमान के वाइस एडमिरल एम एस पवार ने कहा, ‘पिछले 4 दशकों में हमने जितने भी राहत और बचाव कार्य देखे हैं, उनमें यह सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण है. मुंबई से 60 किमी की दूरी पर बार्ज P305 डूब गया. उसमें सवाल लोगों को रेस्क्यू करने में 4 INS शामिल रहे.

अब कमजोर पड़ गया है ताउते तूफ़ान

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया कि चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ कमजोर पड़कर ‘‘गहरे दबाव के क्षेत्र’’ में तब्दील गया है और अभी दक्षिणी राजस्थान तथा निकटवर्ती गुजरात क्षेत्र में मौजूद है. आईएमडी ने बताया कि गुजरात में भीषण बारिश का कारण बनने के बाद चक्रवात के पश्चिमी विक्षोभ के साथ सम्पर्क में आने की वजह से राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली सहित कई राज्यों में बारिश होने का अनुमान है. आईएमडी ने बुधवार को सुबह अपने बुलेटिन में बताया कि चक्रवात का ‘‘दबाव क्षेत्र’’ राजस्थान में उदयपुर से 60 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में और गुजरात में डीसा से 110 किलोमीटर दूर बना है. उसने बताया कि अगले दो दिनों में इसके उत्तर पूर्व में राजस्थान से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर आगे बढ़ने का अनुमान है.

आईएमडी ने कहा कि इस दबाव क्षेत्र से बुधवार को पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और कुछ दूर-दराज के इलाकों में भीषण बारिश का भी अनुमान है. उसने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के सम्पर्क में आने के कारण उत्तराखंड में बारिश होने का अनुमान है। हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा पश्चिमी राजस्थान में अगले 24 घंटे में भारी से बेहद भारी बारिश हो सकती है. उसने कहा कि पूर्वी राजस्थान और निकटवर्ती गुजरात क्षेत्र में अगले 12 घंटे में 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाएं 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि चक्रवात ‘ताउते’ सोमवार की मध्यरात्रि में सौराष्ट्र क्षेत्र के दीव और उना के बीच गुजरात तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया था.