श्री मुक्तसर साहिब के 87 वर्षीय बुजुर्ग बलजीत सिंह की चर्चा आजकल सोशल मीडिया पर खूब हो रही है, वजह है उनका दयालुपन। दरअसल बलजीत सिंह के कोई औलाद नहीं थी। इस वजह से उन्होंने अपनी 30 एकड़ जमीन, कोठी और सभी वाहन अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों को दान कर दिए। जानकारी है कि ये कर्मचारी बुजुर्ग बलजीत सिंह के पास काफी लंबे समय से काम कर रहे थे। बलजीत सिंह की सोशल मीडिया पर इस मामले की खूब चर्चा हो रही है।
जानकारी के अनुसार श्री मुक्तसर साहिब के बलजीत सिंह मान गांव बांम के रहने वाले हैं।
बलजीत सिंह के कोई भी औलाद नहीं है। उनके गांव बांम में उनके पास करीब 30 एकड़ जमीन थी। बलजीत सिंह ने बताया कि साल 2011 में पत्नी की मौत हो गई थी। पत्नी के जीवित होने पर दोनों ने फैसला लिया था कि वह अपनी जायदाद किसी भी कीमत पर अपने रिश्तेदारों के हाथ नहीं लगने देंगे।
उन्होंने बठिंडा पेट्रोल पंप पर काम करने वाले इकबाल नाम के कर्मचारी के नाम 19 एकड़ जमीन कर दी है। इसके अलावा दो अन्य व्यक्तियों के नाम 6 व 4 एकड़ जमीन की है। सभी कर्मचारियों के नाम पर रजिस्ट्री भी करवाई गई है।
बलजीत सिंह ने कहा कि एक बार उनके रिश्तेदारों ने उनकी जमीन को कुर्क करवाने की कोशिश की थी, जिसके बाद उन्होंने जायदाद को दान करने का फैसला कर लिया था।
जब इस बारे में इकबाल सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैंने खूब मेहनत से काम किया है। यह जमीन मिलने से वह बेहद खुश है। इकबाल सिंह ने बताया कि बलजीत सिंह ने अपनी ऑलीशान कोठी भी उसे सौंप दी है। बलजीत सिंह खुद खेत में बने दो कमरों वाले मकान में रह रहे हैं। बलजीत सिंह के रिश्तेदारों के साथ पैसों के लेनदेन के विवाद पर इकबाल सिंह ने कहा कि वह लेनदेन पेट्रोल पंप से संबंधित है, जमीन संबंधी कोई ऐसा मामला नहीं है।