डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल में अमृतपाल के चाचा समेत 7 साथी बंद हैं। ये सभी आरोपी 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हैं और इन्हें अलग-अलग कोठरियों में रखा गया है। जेल अधिकारी ने बताया कि समूचे जेल परिसर की सुरक्षा बढ़ाई गई है और वारिस पंजाब दे के सातों सदस्यों का दैनिक चिकित्सीय परीक्षण भी हो रहा है।
अधिकारी ने कहा कि सातों को उनके सैलों में बैड, गद्दे एवं टेलीविजन सेट दिए गए हैं। अधिकारी ने यह भी बताया कि जेल में चार एक्स्ट्रा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जबकि खराब कैमरे या तो बदल दिए गए हैं या उनकी मुरम्मत कर दी गई है।
जेल के एक अधिकारी ने बताया कि ब्लैक पैंथर असम पुलिस कमांडो की एक टीम को जेल की बाहरी परिधि की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है, जबकि सीआरपीएफ, असम पुलिस के जवानों और जेल के सिक्योरिटी गार्ड्स को आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि जेल की पूरी बाहरी सीमा पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह सहित तीन अन्य लोगों को एनएसए के तहत हिरासत में लिया गया और पंजाब से करीब ढाई सौ किलोमीटर दूर डिब्रूगढ़ लाया गया। जेल में बंद ‘वारिस पंजाब दे’ के अन्य सदस्य दलजीत कालसी, बसंत सिंह, गुरमीत सिंह भूकनवाला, भगवंत सिंह, कुलवंत सिंह धालीवाल और गुरिंदर पाल सिंह हैं।