अयोध्या में निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिली है. बताया गया है कि 21 सितंबर को धमाका होगा. उत्तर प्रदेश पुलिस के कंट्रोल रूम डॉयल 112 पर मंगवार को यह सूचना आई. इस सूचना से यूपी पुलिस ही नहीं, केंद्रीय एजेंसियों में भी हड़कंप मच गया. आनन फानन में सूचना देने वाले की जांच की गई. इस में पता चला कि यह सूचना बरेली के रहने वाले एक बच्चे ने दी थी.
बच्चे ने पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि मंगलवार को वह यूट्यूब पर वीडियो देख रहा था. इसी दौरान उसने एक वीडियो देखा, जिसमें यह संदेश दिया गया था कि 21 सितंबर को राम मंदिर को बम से उड़ा दिया जाएगा. इस वीडियो को देखने के बाद उसने सोचा कि पुलिस को सूचित करना चाहिए. इसलिए उसने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया था. पुलिस के मुताबिक जैसे ही कंट्रोल रूम में यह सूचना आई, तुरंत अयोध्या में विशेष अलर्ट घोषित कर दिया गया.
सघन नाकाबंदी और जांच पड़ताल शुरू कर दी गई. इसी के साथ कंट्रोल रूम में फोन करने वाले व्यक्ति को भी ट्रैस करने की कोशिश की गई. इस दौरान पता चला कि यह फोन कॉल बरेली के फतेहगंज पूर्वी के इटौरिया गांव से आया था. इस इनपुट के बाद पुलिस उस पते पर पहुंची तो फोन करने वाला व्यक्ति आठवीं का छात्र निकाला. पुलिस ने उसे भरोसे में लेकर विधिवत पूछताछ की. इस दौरान उसने बताया कि यूट्यूब पर वीडियो देखकर उसने फोन किया था.
पुलिस ने बताया कि चूंकि बच्चे ने जब कंट्रोल रूम में फोन किया था तो उसने केवल इतना ही कहा था कि राम मंदिर में 21 सितंबर को विस्फोट होगा. कंट्रोल रूम से बच्चे से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उसने फोन काट दिया. इसलिए संदेह और बढ़ गया. फिलहाल पुलिस इस बच्चे से पूछताछ करने के साथ ही उस वीडियो की भी जांच कर रही है, जिसे देखकर बच्चे ने पुलिस को फोन किया था.