रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने युवाओं से भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में सरकार की मदद करने का आह्वान किया है. राजनाथ सिंह शनिवार (10 जून) को बिहार के रोहतास (Rohtas) जिले में गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यह दीक्षांत समारोह है, शिक्षांत समारोह नहीं है. शिक्षा से हमें ज्ञान की प्राप्ति होती है, वहीं दीक्षा से हमें संस्कार की प्राप्ति होती है.
उन्होंने कहा कि देश के युवा नए विचारों के साथ आगे आएं 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में सरकार की मदद करने करें, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल्पना की थी. रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि आज हमारा भारत बड़ी तेजी से आगे बढ़ रहा है. भारत दुनिया की टॉप 5 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो चुका है. मॉर्गन स्टेनली ने कहा है कि 2027 तक भारत दुनिया की टॉप 3 अर्थव्यवस्थाओं में गिना जाएगा.
राजनाथ सिंह ने कहा कि आज देश के करीब 12 करोड़ घरों में नलों से पानी पहुंचा है. वर्ष 2014 में करीब 18 हजार गांवों में बिजली नहीं थी. आज हर घर में बिजली पहुंच गई है. उन्होंने कहा कि एक बार स्वामी विवेकानंद जी अमेरिका के दौरे पर थे. वहां पर स्वामी जी की वेशभूषा देखकर एक व्यक्ति ने उनसे पूछा स्वामी जी आप अपने कपड़ों को बदल क्यों नहीं देते ताकि आप भी एक जेंटलमेन की तरह दिखाई दे. उन्होंने कहा था कि आपके देश में कपड़े से जेंटलमेन माना जाता है, लेकिन मेर देश में सज्जनता की पहचान कपड़ों से नहीं, बल्कि उसके चरित्र से होती है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि आप चाहे कितने भी ज्ञानी क्यों न हों, लोगों को साथ लेकर चलना चाहिए. हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी कहा करते थे कि छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता और टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता. छोटे मन का व्यक्ति न सम्मान प्राप्त कर सकता है, न ही वह कोई योगदान कर सकता है.