विदेश सचिव विनय क्वात्रा (Foreign Secretary Vinay Kwatra) ने कहा कि ऑपरेशन कावेरी के जरिए (Through Operation Kaveri) हिंसा प्रभावित सूडान से (From Violence-Hit Sudan) 1100 भारतीयों (1100 Indians) को निकाला गया (Evacuated) । 600 लोग (600 People) उनके घर पहुंच चुके हैं (Have Reached Their Home) । भारतीय नागरिकों को निकालने की प्रक्रिया जारी होने के बावजूद सरकार ने गुरुवार को कहा कि वह स्थिति पर नजर रख रही है।
मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए, विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि 15 अप्रैल को संघर्ष शुरू होने के बाद से हम सूडान में लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। हमारा अनुमान है कि सूडान में लगभग 3,500 भारतीय और 1,000 पीआईओ हैं। उन्होंने आगे बताया कि लगभग 600 भारतीय नागरिक पहले ही भारत पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा, हमें सूडान से अन्य देशों के नागरिकों को निकालने के अनुरोध प्राप्त हुए हैं। यह प्रक्रियाओं की पूर्ति के अधीन है।
क्वात्रा ने आगे बताया कि आईएनएस सुमेधा और आईएनएस तेग के अलावा नौसेना का तीसरा जहाज आईएनएस तरकश भी खार्तूम से भारतीयों को निकालने के लिए गुरुवार को पोर्ट सूडान पहुंच गया है। इस बीच, विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने बताया कि जेद्दाह में 297 भारतीयों को रिसीव किया गया है, जिन्हें आईएनएस तेग से ले जाया गया। मुरलीधरन ने ट्वीट किया, इस दूसरे जहाज और कुल छह जत्थों के साथ, लगभग 1,100 भारतीयों को सूडान से बचाया गया है और जेद्दाह पहुंचा दिया गया है।