अलकायदा (AL Qaeda ) सरगना अयमान अल जवाहिरी (Ayman Al Zawahir) ने भारत में लोकतंत्र को निशाना बनाने के लिए कर्नाटक के हालिया हिजाब विवाद (Hijab) का इस्तेमाल करते हुए कहा है कि हमें मूर्तिपूजक हिंदू लोकतंत्र की मृगतृष्णा से छले जाने को रोकना होगा. आतंकी संगठन ने 8.43 मिनट की एक वीडियो क्लिप जारी की है और इसे अमेरिकी एसआईटीई इंटेलीजेंस ग्रुप ने सत्यापित किया है. वीडियो क्लिप में जवाहिरी ने फरवरी की शुरूआत में, अपने कॉलेज में हिजाब का विरोध कर रहे छात्रों के एक समूह का मुकाबला करने के लिए कर्नाटक की छात्रा मुस्कान खान की तारीफ भी की है. जवाहिरी के बयान से दूरी बनाते हुए मुस्कान के पिता ने आतंकी संगठन सरगना के बयान को गलत करार दिया और कहा कि वह और उनके परिवार के सदस्य भारत में शांतिपूर्वक रह रहे हैं.
इस बीच, कर्नाटक के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र ने कहा कि (अलकायदा सरगना का) वीडियो बयान इस विवाद में अज्ञात तत्वों की संलिप्तता को साबित करता है. अरबी भाषा में जारी हुई इस वीडियो क्लिप में, एसआईटीई इंटेलीजेंस ग्रुप ने अंग्रेजी ‘सबटाइटल’ (अनुवाद) उपलब्ध कराया है. यह ग्रुप श्वेत लोगों की सर्वोच्चता का दावा करने वालों और जिहादी संगठनों की गतिविधियों की ऑनलाइन निगरानी करता है. वीडियो में जवाहिरी को एक गजल सुनाते भी देखा जा सकता है, जिसमें अलकायदा सरगना ने कहा है कि उसने इसे ”हमारी मुजाहिद बहनों” और उनकी ”दिलेरी” के लिए लिखा है.
अलकायदा सरगना ने वीडियो में कहा है, ”हिंदू भारत की सच्चाई सामने लाने और इसके मूर्तिपूजक लोकतंत्र के ढकोसले को बेनकाब करने के लिए अल्लाह उन्हें ईनाम बख्शें.” इस वीडियो ने जवाहिरी की प्राकृतिक कारणों से मौत हो जाने के बारे में अफवाहों पर भी विराम लगा दिया है. पिछले छह महीने में अलकायदा प्रमुख का यह दूसरा वीडियो है, जिसमें मुख्य रूप से हिजाब विवाद का जिक्र किया गया है. विश्व के सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में शामिल जवाहिरी ने कहा, ”…हमें खुद को घेरे रखने वाले भ्रम को दूर करना होगा…हमें भारत के मूर्तिपूजक हिंदू लोकतंत्र के ढकोसले से छले जाने को अवश्य रोकना होगा, जो कुछ शुरू हुआ है वह मुस्लिमों के दमन का तरीका ही है.”
भारतीय उपमहाद्वीप के मुसलमानों को संबोधित करते हुए जवाहिरी ने कहा कि उन्हें यह महसूस करना चाहिए कि वास्तविक दुनिया में मानवाधिकार या संविधान का सम्मान या कानून नाम की कोई चीज नहीं है. अलकायदा सरगना ने कहा, ”…यह छल करने की वही साजिश है, जिसका पश्चिमी देशों ने हमारे खिलाफ इस्तेमाल किया है, जिसकी सही प्रकृति फ्रांस, हॉलैंड और स्विट्जरलैंड ने उस वक्त सामने ला दी, जब उन्होंने हिजाब को प्रतिबंधित कर दिया, जबकि सार्वजनिक रूप से निर्वस्त्र होने की इजाजत दे दी.”