प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ से लोगों को संबोधित कर रहे हैं. उनका ये 94वां एपिसोड है. पीएम ने सबसे पहले छठ पूजा पर लोगों को बधाई दी. उन्होंने कहा, छठ पूजा की एक और ख़ास बात होती है कि इसमें पूजा के लिए जिन वस्तुओं का इस्तेमाल होता है उसे समाज के विभिन्न लोग मिलकर तैयार करते हैं. इसमें बांस की बनी टोकरी या सुपली का उपयोग होता है.’ 2014 से लगातार ये प्रोग्राम चला आ रहा है. महीने के आखिरी रविवार को इसका प्रसारण होता है.
उन्होंने कहा, ‘मुझे तो याद है, पहले गुजरात में उतनी छठ पूजा नहीं होती थी. लेकिन समय के साथ आज करीब-करीब पूरे गुजरात में छठ पूजा के रंग नजर आने लगे हैं. ये देखकर मुझे भी बहुत ख़ुशी होती है. इस महापर्व में शामिल होने वाले हर आस्थावान को मेरी तरफ़ से बहुत-बहुत शुभकामनाएं”. पीएम ने कहा कि आजकल हम देखते हैं, विदेशों से भी छठ पूजा की कितनी भव्य तस्वीरें आती हैं. यानी भारत की समृद्ध विरासत, हमारी आस्था, दुनिया के कोने-कोने में अपनी पहचान बढ़ा रही है.”
15 नवंबर को जन जातीय गौरव दिवस
पीएम मोदी ने कहा कि 15 नवम्बर को हमारा देश जन-जातीय गौरव दिवस मनाएगा. उन्होंने कहा कि आपको याद होगा देश ने पिछले साल भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती के दिन आदिवासी विरासत और गौरव को सेलिब्रेट करने के लिए ये शुरुआत की थी. पीएम ने कहा, “भगवान बिरसा मुंडा ने अपने छोटे से जीवन काल में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लाखों लोगों को एकजुट कर दिया था. उन्होंने भारत की आजादी और आदिवासी संस्कृति की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया था.
पीएम मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा को किया याद
उन्होंने कहा कि उनके इस वाक्य में मातृभूमि के लिए कर्तव्य भावना भी है और पर्यावरण के लिए हमारे कर्तव्यों का अहसास भी है. जब धरती आबा बिरसा मुंडा की बात आती है, छोटे से उनके जीवन काल की तरफ नजर करते हैं, आज भी हम उसमें से बहुत कुछ सीख सकते हैं और धरती आबा ने तो कहा था कि यह धरती हमारी है, हम इसके रक्षक हैं. पीएम ने कहा कि हमेशा इस बात पर जोर दिया था कि हमें हमारी आदिवासी संस्कृति को भूलना नहीं है, उससे रत्ती-भर भी दूर नहीं जाना है. आज भी हम देश के आदिवासी समाजों से प्रकृति और पर्यावरण को लेकर बहुत कुछ सीख सकते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर मुझे रांची के भगवान बिरसा मुंडा म्यूजियम (Museum) के उद्घाटन का सौभाग्य प्राप्त हुआ था. मैं युवाओं से आग्रह करना चाहूंगा कि उन्हें जब भी समय मिले, वे इसे देखने जरुर जाएं.”
प्राइवेट सेक्टर के लिए खोले गए द्वार
पीएम ने कहा कि भारत में पहले स्पेस सेक्टर सरकारी व्यवस्थाओं के दायरे में ही सिमटा हुआ था. जब इसको भारत के युवाओं के लिए भारत के private sector के लिए खोल दिया गया तब से इसमें क्रांतिकारी परिवर्तन आने लगे हैं. पीएम ने कहा कि विकसित भारत का संकल्प लेकर चल रहा हमारा देश सबका प्रयास से ही अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है.
आईआईटी के छात्रों ने संभाली कमान- पीएम
इन स्पेस के जरिए गैरसरकारी कंपनियों को भी अपने पेलोड्स और सैलेलाइट लॉन्च करने की सुविधा मिल रही है. मैं अधिक से अधिक स्टार्टअप्स और Innovator से आग्रह करूंगा कि वे space sector में भारत में बन रहे इन बड़े अवसरों का पूरा लाभ उठाएं.” उन्होंने कहा कि आपको याद होगा, मैंने लाल किले से जय अनुसंधान का आह्वान किया था. मैनें इस दशक को भारत का Techade बनाने की बात भी कही थी . मुझे ये देखकर बहुत अच्छा लगा, इसकी कमान हमारे आईआईटी के छात्रों ने संभाल ली है.
पीएम ने दो किसानों से की बात
पीएम ने कहा कि वर्षाबेन और बिपिन भाई ने जो बताया है, वो पूरे देश के लिए, गांवों-शहरों के लिए एक प्रेरणा है. मोढेरा का ये अनुभव पूरे देश में दोहराया जा सकता है. सूर्य की शक्ति, अब पैसे भी बचाएगी और आय भी बढ़ाएगी. पीएम ने इन दोनों किसानों से बात की. दोनों ने कहा कि अब उनके गांव में कभी बिजली नहीं जाती. और ये संभव हो पाया है कि केवल सोलर एनर्जी से. उन्होंने आगे कहा कि मेरे प्यारे देशवासियो अभी मैं आपसे सूरज की बातें कर रहा था. अब मेरा ध्यान स्पेस की तरफ जा रहा है. वो इसलिए, क्योंकि हमारा देश, सोलर सेक्टर के साथ ही स्पेस सेक्टर में भी कमाल कर रहा है.”
सोलर एनर्जी से कई गांव गुलजार
पीएम ने कहा, ‘सोलर एनर्जी आज एक ऐसा विषय है, जिसमें पूरी दुनिया अपना भविष्य देख रही है और भारत के लिए तो सूर्य देव सदियों से उपासना ही नहीं, जीवन पद्धति के भी केंद्र में रह रहे हैं .” अब उन्हें अपने खेत के लिए बिजली पर कुछ खर्च नहीं करना होता है. खेत में सिंचाई के लिए अब वो सरकार की बिजली सप्लाई पर निर्भर भी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में, कांचीपुरम में एक किसान हैं, थिरु के. एझिलन. इन्होंने पी.एम कुसुम योजना का लाभ लिया और अपने खेत में दस हॉर्सपॉवर का सोलर पंप सेट लगवाया. वैसे ही राजस्थान के भरतपुर में पी.एम. कुसुम योजना के एक और लाभार्थी किसान हैं – कमलजी मीणा . कमलजी ने खेत में सोलर पंप लगाया, जिससे उनकी लागत कम हो गई है. लागत कम हुई तो आमदनी भी बढ़ गई.
छठ पूजा की बधाई
पीएम मोदी ने आज सबसे पहले देशवासियों को छठ पूजा की बधाई दीं. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘सूर्यदेव और प्रकृति की उपासना को समर्पित महापर्व छठ की सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं. भगवान भास्कर की आभा और छठी मइया के आशीर्वाद से हर किसी का जीवन सदैव आलोकित रहे, यही कामना है.’ इससे पहले 27 सितंबर को हुआ था. पीएम मोदी ने इसमें चीतों के बारे में प्रमुखता से बात कही थी.