Breaking News

सैन्यधाम में 15 दिसंबर को शहीदों के परिजनों का होगा सम्मान, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे शिरकत

सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने रविवार को गुनियालगांव स्थित सैन्यधाम पहुंचकर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आगमन के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया। मंत्री ने कहा कि सैन्यधाम के लिए शहीदों के आंगन की मिट्टी लाई गई है। 15 दिसंबर को केंद्रीय रक्षा मंत्री कलश में लाई गई मिट्टी के पूजन के साथ ही शहीदों के परिजनों के सम्मान कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।


पिछले एक महीने से शहीद सम्मान यात्रा निकाल रहा सैनिक कल्याण विभाग
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना एवं राज्यवासियों की भावनाओं के अनुरूप राज्य में सैन्यधाम के निर्माण को राज्य सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर देखा जा रहा है। प्रथम विश्वयुद्ध से लेकर अब तक राज्य के जितने भी शहीद हैं उन शहीदों के आंगन की पवित्र मिट्टी को एकत्र कर सैन्यधाम लाने के लिए सैनिक कल्याण विभाग पिछले एक महीने से शहीद सम्मान यात्रा निकाल रहा है।

यात्रा के जरिये कलश में लाई गई मिट्टी के पूजन के साथ ही शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि केंद्रीय रक्षा मंत्री के कार्यक्रम में कोई कमी न रहे इसके लिए वह खुद तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। 15 दिसंबर को होने वाले समारोह में केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहेंगे। सैन्यधाम के निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता ज्योति गैरोला, जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुंडीर, जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह, पार्षद सुंदर कोठाल, सिकंदर सिंह आदि उपस्थित रहे।

सैन्यधाम रैली को सफल बनाने के लिए पूर्व सैनिकों ने कसी कमर
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सैन्यधाम में 15 दिसंबर को होने कार्यक्रम की तैयारी को लेकर सैनिक कल्याण निदेशालय में पूर्व सैनिक संगठन पदाधिकारियों की बैठक ली। बैठक में मंत्री ने कहा कि सैन्यधाम रैली को सफल बनाने के लिए पूर्व सैनिकों ने कमर कस ली है। इस दिन पूरे प्रदेश के शहीद परिजनों का सम्मान होगा। कालीदास रोड स्थित सैनिक कल्याण निदेशालय सभागार में हुई बैठक में मंत्री ने कहा कि सैन्यधाम प्रदेश के लोगों की भावना से जुड़ा मसला है। इस दिन यहां केंद्रीय रक्षा मंत्री के संबोधन को सुनने के लिए बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक आना चाहते हैं। यही वजह है कि कई पूर्व सैनिक और उनके परिजन इस दिन होने वाले कार्यक्रम की तैयारी के लिए आगे आ रहे हैं।