ओडिशा रेल हादसे का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। मामले की जांच को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की गई है। विशाल तिवारी नाम के एक वकील ने मामले को लेकर याचिका दाखिल की है। इस याचिका में दुर्घटना से बचाने वाले ‘कवच’ सिस्टम को जल्द से जल्द लागू करने की मांग की है। इसके साथ ही पूर्व जज की अध्यक्षता में जांच आयोग बनाने की मांग की गई है। इसके अलावा रेलवे सुरक्षा को लेकर भी पूर्व जज की अध्यक्षता में विशेषज्ञ कमिटी बनाने की मांग की गई है।
इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज फिर दुर्घटनास्थल पर चल रहे मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ट्रेन हादसे की वजह के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है। हादसे के कारण का पता लग गया है। इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है। रेल मंत्री ने खुलासा किया कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है। उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह से ट्रैक पर यातायात की बहाली शुरू हो जाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्रेन हादसे में ताजा अपडेट देते हुए बताया कि हादसे में 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं और उनका इलाज चल रहा है। 100 से अधिक मरीजों को क्रिटिकल केयर की जरूरत है और उनके इलाज के लिए दिल्ली एम्स, लेडी हार्डिंग अस्पताल और आरएमएल अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टर आधुनिक उपकरणों और दवाओं के साथ यहां पहुंचे हैं। हमने विस्तृत चर्चा की और एक कार्य योजना भी तैयार की गई है। वहीं, अब तक इस हादसे में 288 लोगों की मौत हो चुकी है।