प्रदोष व्रत का हिंदू धर्म में बड़ा महत्व है। इस दिन भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए शुभ मुहूर्त में विशेष पूजा की जाती है साथ ही व्रत भी रखा जाता है। शनिवार के दिन प्रदोष तिथि पड़ने से इस व्रत को शनि प्रदोष व्रत कहा जाता है।
अभी सावन माह चल रहा है जो शिव को प्रिय है और सावन का पहला प्रदोष व्रत 18 जुलाई, शनिवार को है। सावन में पड़ने वाले प्रदोष व्रत का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। अगर व्यक्ति यह व्रत श्रद्धापूर्वक और विधि-विधान के साथ करता है तो उसे मोक्ष प्राप्त होता है। साथ ही व्यक्ति के पाप भी धुल जाते हैं।