सहारनपुर जनपद के नागल थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 40 वर्षीय विवाहित शिक्षक वीरेंद्र सिंह और उसी कालेज की कक्षा 11वीं की 17 वर्षीय छात्रा के शव जिले के थाना बिहारीगढ़ क्षेत्र में मोंड के जंगल में पेड़ पर लटके मिले थे। एसएसपी डा. विपिन टाडा ने बताया कि यह दोनों तीन सितंबर से घर से फरार थे और छात्रा के परिजनों ने चार सितंबर को नागल थाने में छात्रा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शिक्षक की मोबाइल लोकेशन एवं अन्य दूसरी स्रोतों से सूचना मिलने के बाद एसपी देहात सूरज कुमार राय और एसएसपी डा. विपिन टाडा पुलिस के साथ मोहंड के जंगल में घटना स्थल पर पहुंचे जहां शिक्षक की बाइक भी पड़ी मिली। दोनों के शव सड़ और गल चुके थे। उनके परिजनों को बुलाकर शवों की पहचान कराई गई। कपड़ों आदि से उनकी पहचान हो पाई। पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। एसएसपी के मुताबिक शिक्षक वीरेंद्र सिंह नागल थाने के गांव रसूलपुर खेड़ी का निवासी था और वह सीड़की चौराहा स्थित एक निजी इंटर कालेज में शिक्षक था। उसी कालेज में यह छात्रा भी पढ़ती थी। उन दोनों के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध थे। पुलिस के मुताबिक छह महीने पहले भी दोनों घर से फरार हो गए थे और स्कूल प्रबंधन ने अध्यापक को कालेज से निकाल दिया था। अब दूसरी बार तीन सितंबर को दोनों फिर से घर से गायब हो गए। छात्रा के पिता ने शिक्षक पर छात्रा के अपहरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।
शिक्षक के परिजनों ने छात्रा के परिजनों पर आरोप लगाया कि उन्होंने झूठे सम्मान की खातिर दोनों की हत्या की है। एसएसपी डा. विपिन टाडा का कहना है कि पहली नजर में आत्महत्या का मामला लगता है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी दोनों की मौत पर नई रोशनी पड़ सकती है। पुलिस शिक्षक के परिजनों के आरोपों की जांच भी करेगी। शिक्षक वीरेंद्र सिंह की पत्नी और दो बेटे हैं। उसकी पत्नी सविता और परिजन वीरेंद्र सिंह की आत्महत्या की बात को स्वीकार कर रहे हैं।