लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित होने के बाद इंडिया गठबंधन के नेता एक्टिव हैं. बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर गठबंधन की बैठक हुई थी. वहीं, अब गुरुवार को सपा प्रमुख अखिलेश ने गठबंधन के कई नेताओं के साथ बैठक की. अखिलेश इस वक्त दिल्ली में हैं. उन्होंने टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी से मुलाकात की. उन्होंने सपा ऑफिस में पार्टी कार्यकर्ताओं से मीटिंग की. इन बैठकों के बाद अखिलेश ने कहा, सरकार बनती है, गिरती है. अखिलेश ने अपने इस बयान से बड़े संकेत दिए हैं.
अखिलेश यादव ने कहा, इस बार यूपी में जनता के मुद्दों पर चुनाव हुआ. जनता ने अपने मुद्दे पर मतदान किया और उत्तर प्रदेश में बीजेपी की बड़ी हार हुई. लोकतंत्र में सरकार बनती है. गिरती है, लेकिन जब आपके पास बहुमत न हो तो आपको बहुत लोगों को खुश करके सरकार बनानी पड़ती है.
सपा प्रमुख ने कहा कि जनता ने ये फैसला देश को बचाने, संविधान को बचाने एवं आरक्षण बचाने के लिए दिया है. अयोध्या में बीजेपी की हार पर अखिलेश ने कहा, मैं अयोध्या के लोगों को धन्यवाद देता हूं. राज्य सरकार ने अयोध्या में लोगों के साथ अन्याय किया है. उनकी ज़मीन ली गई. उन्हें सही तरीक़े से मुआवाजा नहीं मिला. लोग सरकार से दुखी थे. उनकी परेशानियों को हल करने में सरकार नाकाम रही.
अयोध्या से जीत दर्ज कराने के बाद अवधेश प्रसाद ने कहा कि चुनाव जनता का था और जनता ने ये चुनाव लड़ा है और गरीबी, महंगाई जैसे मुद्दों पर ये चुनाव लड़ा गया. जो राम को लाए थे हम उनको लाएंगे नारे पर अवधेश प्रसाद ने कहा कि ये राम को नहीं लाए थे. राम तो हमेशा से ही हैं और रहेंगे और मुझसे बड़ा रामभक्त कोई नही मैं तो अयोध्या में पैदा हुआ हूं.
वहीं, आप सांसद ने कहा कि इंडिया गठबंधन अभी सरकार बनाने की कोशिश नहीं करेगा. सही समय का इंतजार करेगा. बुधवार को इंडिया गठबंधन की बैठक में मौजूद रहे आप सांसद संजय सिंह ने कहा, ‘जनादेश मोदी सरकार के खिलाफ है. हम इंडिया गठबंधन की बैठक में फैसला लेंगे. बैठक में सामूहिक रूप से यह फैसला हुआ कि जनादेश मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ है, संविधान को खत्म करने की कोशिश के खिलाफ है, आरक्षण को खत्म करने की कोशिश के खिलाफ है.’
संजय सिंह ने आगे कहा कि सही समय पर सही फैसला लेंगे. उन्होंने कहा कि वह सही समय क्या होगा वह कमरे पर नहीं बताया जाता. राजनीति में सिर्फ शपथ लेना एक घटनाक्रम नहीं होता है. बहुत सारे घटनाक्रम होते हैं हम जो मौजूदा राजनीतिक गतिविधियां हैं उसे पर ध्यान रखे हुए हैं.