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सफाईकर्मी के परिजन को दस लाख मुआवजा और नौकरी का वादा, पुलिस पर उठ रहे सवाल

आगरा। जगदीश पुरा थाने के मालखाने में हुई चोरी के आरोपी सफाई कर्मी अरुण की मौत के बाद शासन और प्रशासन दोनों बैकफुट पर था। पुलिस हिरासत में मौत के बाद प्रशासनिक अमला जल्दी से जल्दी मृतक का दाह संस्कार कराना चाहता था। आगरा पुलिस तनाव बनने से पहले मामला का रफा-दफा करा लिया। एडीएम सिटी प्रभाकांत अवस्थी और एडीएम प्रोटोकॉल हिमांशु सहित भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में मल्ल का चबूतरा श्मशान घाट पर मृतक का दाह संस्कार किया गया। आगरा जिला मजिस्ट्रेट प्रभु एन सिंह ने बताया कि मृतक के परिजनों के लिए दस लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा सरकार ने की है। परिवार के एक सदस्य को नगर निगम में नौकरी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार की तहरीर पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है। पीड़ित परिवार की प्रत्येक मांग पूरी करके शासन और प्रशासन में यह एहसास दिलाया कि परिवार को न्याय मिलेगा। इस दौरान परिवार ने भी डीएम और एसएसपी की बातों को गौर से सुना।

आगरा की जानकारी लेते रहे योगी

जगदीश पुरा थाने के मालखाने में हुई चोरी के आरोपी सफाई कर्मी अरुण की पुलिस हिरासत में मौत के बाद प्रशासनिक संवेदनशीलता दिखी। आगरा में हिंसा का बड़ा संकट टल गया। बाल्मीकि जयंती के अवसर पर सफाईकर्मी की मौत का मामला गंभीर था। पूरे मामले पर पल-पल की रिपोर्ट सीएम योगी लेते रहे। सीएम योगी के निर्देशन में आगरा के डीएम प्रभु एन सिंह और एसएसपी मुनिराज ने हर पल परिवार के साथ रहकर संवेदनशील नजर आये। हर पल पुलिस प्रशासन और पीड़ित परिवार के बीच संवाद बरकरार रहा, जिसकी वजह से हजारों की भीड़ के बावजूद पोस्टमार्टम हाउस से लेकर मृतक के घर तक शांति बनी रही।

हिरासत में मौत के बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ नजर आया। जगदीशपुरा थाने में चोरी के आरोपी अरुण नरवार की पुलिस हिरासत में मौत के बाद से ही पुलिस प्रशासन तेज गति से हरकत में आ गया। पूरे जिले की सीमाएं दिन भर सील रहीं। कलक्ट्रेट से लेकर वाल्मीकि वाटिका व बस्तियों में दिनभर पुलिस की तैनाती रही। पोस्टमार्टम के बाद शांतिपूर्वक दाह संस्कार कराने पर प्रशासन का जोर रहा। ज्ञात हो कि सफाईकर्मी की मौत पर पुलिस पर ही सवाल उठ रहे हैं। हिरासत में मौत हुई है। इस दौरान प्रियंका गांधी ने आगरा पहुंच कर परिजनों से मुलाकात की हैं।