शोले फिल्म को बॉलीवुड की सफलतम फिल्म का दर्जा हासिल है | ये फिल्म कई मायनो में आइकोनिक है, जिस वजह से आज भी लोग इस फिल्म को देखना पसंद करते है | इस फिल्म के विलन गब्बर का खौफ तो ऐसा था कि माँओ ने बच्चो को गब्बर का डर दिखाकर सुलाना शुरू कर दिया था |
यहाँ तक कि दोस्तों की जोड़ी को जय वीरू की जोड़ी कहा जाने लगा | खैर, वैसे तो इस फिल्म की बहुत सी चीजे है, जिन पर बात हो सकती है | लेकिन आज हम इस फिल्म की कुछ गलतियों के बारे में बात करने जा रहे है, जिन पर शायद आपका ध्यान नहीं गया होगा |
फिल्म का सीन जिसमे वीरू पानी की टंकी पर चढ़कर हंगामा करता है | अब फिल्म में दिखाया जाता है कि रामगढ में बिजली नहीं है | शुरुआती सीन में ठाकुर की बहु घर में लालटेन जलाती दिखती है | अब ऐसा गांव जहाँ बिजली ही नहीं है, उस गांव में पानी की ऐसी टंकी क्या कर रही है | जिसमे बिना मोटर के पानी नहीं भरा जा सकता |
फिल्म का एक सीन जिसमे बसंती पैदल ही मंदिर में पूजा करने के लिए आती है | इसी सीन में वीरू बसंती से पूछता है कि ‘आज तुम्हारी धन्नो कहा है’ | लेकिन जब बसंती मंदिर से बाहर आती है, तो बसंती का तांगा बाहर खड़ा रहता है |
फिल्म का आखिरी सीन जिसमे जय अधमरी हालत में पूल के पास आता है, तो उस सीन में जय के दोनों हाथ खाली होते है | लेकिन कुछ देर बाद जब जय वीरू की बांहो में दम तोड़ता है, तो वीरू को जय के हाथ में सिक्का मिलता है | हमे नहीं लगता कि कोई मरता मरता अपने जेब में सिक्के के लिए हाथ डालेगा |
फिल्म के एक सीन में डाकू बसंती का पीछा करते है, तभी रास्ते के पूल को बसंती स्टंट करके तोड़ देती है | लेकिन जब जय और वीरू बसंती को डाकुओ से बचाकर लौट रहे होते है, तो वे उसी पूल से आते है | जिसे बसंती ने तोडा था, लेकिन अब पूल एकदम ठीक होता है |
फिल्म में दिखाया गया है कि गब्बर ने ठाकुर के दोनों हाथ काट दिए थे | इसीलिए ठाकुर गब्बर से बदला लेना चाहता था | लेकिन अंत में जब ठाकुर गब्बर को अपने जूतों से कुचलता है, तो ठाकुर के हाथ दिखने लगते है | लगता है मेकर्स ने डिटेलिंग पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया |