निर्वाचन आयोग (EC) ने एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) नीत धड़े को असली शिवसेना (Shiv Sena) के रूप में शुक्रवार को मान्यता दी और उसे ‘तीर-कमान’ चुनाव चिह्न आवंटित करने का आदेश दिया। चुनाव आयोग के फैसले की आलोचना करते हुए उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा कि लोकतंत्र देश से खत्म हो गया है। उन्होंने आयोग के फैसले को लोकतंत्र के लिए घातक बताया।
बता दें कि पार्टी पर नियंत्रण के लिए चली लंबी लड़ाई के बाद 78 पृष्ठों के अपने आदेश में, आयोग ने उद्धव ठाकरे गुट को राज्य में विधानसभा उपचुनावों के पूरा होने तक ‘‘मशाल’’ चुनाव चिह्न रखने की अनुमति दी। आयोग के फैसले पर हमला बोलते हुए कहा उद्धव ने कहा कि वे इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
उन्होंने कहा, “हम निश्चित तौर पर चुनाव आयोग के इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। हमें यकीन है कि सुप्रीम कोर्ट इस आदेश को अलग कर देगा और 16 विधायकों को सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।”
मोदी यहां नहीं चलते- उद्धव
ठाकरे ने कहा, “मैंने कहा था कि चुनाव आयोग को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले फैसला नहीं देना चाहिए। यदि विधायकों और सांसदों की संख्या के आधार पर पार्टी का अस्तित्व तय किया जाता है, तो कोई भी पूंजीपति विधायक, सांसद खरीद सकता है और मुख्यमंत्री बन सकता है।” ठाकरे ने कहा, “उन्हें पहले बालासाहेब को समझना चाहिए। उन्हें पता है कि ‘मोदी’ नाम महाराष्ट्र में काम नहीं करता है इसलिए उन्हें अपने फायदे के लिए बालासाहेब का मुखौटा अपने चेहरे पर लगाना होगा।”
उद्धव ठाकरे ने कहा, “आपातकाल के बाद पूरा देश उसके खिलाफ एकजुट हो गया और यहां तक कि इंदिरा गांधी जैसी नेता को भी हार का सामना करना पड़ा। लड़ने का समय आ गया है। बिना यह पूछे कि विकल्प कौन है। यह सिर्फ शिवसेना के खिलाफ लड़ाई नहीं है। यह भारतीय लोकतंत्र पर हमला है।” उद्धव ठाकरे ने कहा, “दिवंगत इंदिरा गांधी में यह घोषणा करने का साहस था कि वह आपातकाल लगा रही हैं। लेकिन भाजपा इसे छिपा रही है।” उन्होंने कहा, “शिवसेना अधिक उत्साह के साथ उठेगी। आम जनता अब शिवसेना के साथ होगी। ये मेरे शब्द हैं। आप इन शब्दों पर ध्यान दें।”
वे मुंबई पर नियंत्रण करना चाहते हैं- उद्धव
उन्होंने कहा, “जिस तरह से चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और प्रतीक दिया उससे यह कहा जा सकता है कि यह सब आगामी निगम चुनावों की घोषणा जल्द हो सकती है। वे मुंबई पर नियंत्रण करना चाहते हैं। वे चाहते हैं मुंबई के हाथ में भीख का कटोरा रख दो और उसे दिल्ली के सामने झुकने पर मजबूर कर दो। वे हमारे विरोधियों को तीर-कमान का प्रतीक देकर ऐसा करना चाहते हैं।” उद्धव ठाकरे ने कहा, “हमारे सैनिक बिल्कुल भी हतोत्साहित नहीं हैं। हम पूरे राज्य में नए सिरे से आक्रामकता के साथ उनका मुकाबला करेंगे।”