हमारे समाज(society) में लड़कियों को देवी स्वरूप माना जाता है. उनकी तुलना लक्ष्मी(Lakshmi ) और सरस्वती(Saraswati) से की जाती है, लेकिन इसका मतलब ये भी नहीं है कि वो अपने हक के लिए लड़ नहीं सकती है बोल नहीं सकती है. समय आने पर लड़कियां काली और दुर्गा का रूप भी ले सकती हैं. ऐसा ही एक मामला , जहां अपने जीवनसाथी को नशे की हालत में देख दुल्हन ने बिन फेरे बारात को उल्टें पैर वापस कर दिया. ये वाक्या पानीपत(Panipat )के सनौली क्षेत्र के एक गांव का है, जहां पर लाख समझाने के बावजूद दुल्हन ने अपनी जिद नहीं छोड़ी और अपने फैसले पर अडिग रही.
जानें पूरा मामला
दरअसल पानीपत (Panipat) के सनौली (Sanoli) थाना क्षेत्र के एक गांव में बीते रविवार को दो सगी बहनों की शादी होनी थी. एक बहन की बारात दूसरे गांव सो और दूसरी छोटी बहन की बारात समालखा से आई थी. सबसे पहले बड़ी बहन की शादी की तैयारी हुई और शादी पूरी भी हो गई, लेकिन जैसे ही छोटी बहन की शादी की बात आई, तो दुल्हन ने दुल्हें को नशे में झूमते हुए देखा, दुल्हन ने देखा कि उसका दुल्हा नशे में लड़खड़ा रहा है, अपने बल पर वो ठीक से खड़े होने को भी तरस रहा है, जिसे देख दुल्हन ने शादी से तुरंत इंकार कर दिया.
सात फेरों की बारी आई तो दुल्हा शराब के नशे में लड़खड़ा रहा था. यहां तक कि वह ठीक से खड़ा भी नहीं हो पा रहा था. दुल्हन बनी लड़की ने लड़के की हालत देखी तो शादी करने से इंकार कर दिया. लड़की ने कहा कि शादी के दिन भी लड़के को पीना ना भूला तो साधारण दिनों में तो वो और ज्यादा पीता होगा और लड़के के साथ वो कैसे खुश रहेगी? शराबी लड़के ने इतना होने के बावजूद भी सबके सामने लड़की का हाथ पकड़ लिया और फेरे लेने की जिद करने लगा.
लड़की वालों ने की धुनाई
ये सब देख लड़की के परिजनों ने लड़के की जमकर धुनाई करते हुए बरात लौटा दी. लड़का पक्ष सोमवार को कुछ शक्तिशाली लोगों के साथ लड़की के घर भेजा. उन लोगों ने लड़की पर शादी करने का दबाव बनाया, लेकिन उनकी दाल यहां गल न पाई. लड़की अपने फैसले में वो अड़ी रही. लड़की के इस फैसले पर पूरे गांव को नाज़ हो रहा है. सब लोग उसकी तारीफ कर रहें है. लड़कियां अगर ऐसे ही अपनी बात स्पष्ट रखती रहेंगी, तो बहुत जल्द हमारे समाज में लड़कियों का स्थान और ऊपर हो जाएगा.