खिली खिली धूप में सब मौज मस्ती कर रहे थे अचानक धौली ऋषि गंगा का रौद्र रूप देखकर तपोवन और रैणी क्षेत्र के ग्रामीण हैरान रह गए। शांत स्वभाव में बहने वाली ऋषि गंगा इतनी तबाही मचा देगी, लोगों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। जैसे ही शांत नदी ने गर्जना की तो लोग भागो-भागो की आवाजें लगा रहे थे। वहां खड़े लोगों ने जो देखा वो बयां नहीं कर सके क्योंकि उन्होंने कहा कि ऐसा आज तक नहीं देखा। ऋषि गंगा शीर्ष भाग से ढलान पर बहती है, जिससे नदी का पानी तेज बहाव से निचले क्षेत्र में जा पहुंचा और सब कुछ बर्बाद करके चला गया। वहीं रैणी गांव के शंकर राणा ने बताया कि सुबह 9:30 बजे जब अचानक ऊंचे हिमालयी क्षेत्र से सफेद धुएं के साथ नदी मलबे के साथ बहकर आ रही थी। नदी में भयानक आवाज से लोग डर गए और नदी की डरावनी आवाज सुनकर लोग घरों से बाहर निकल आए थे।
वहीं तपोवन के रहने वाले संदीप नौटियाल ने बताया कि रोजाना की तरह लोग मेहनत मजदूरी के लिए जा रहे थे। तपोवन-विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के निर्माण में कुछ मजदूर अपना काम कर रहे थे। धौली गांव का जलस्तर जैसे ही बढ़ने लगा, लोगों में अफरा-तफरी मच गई। जिसके बाद कुछ लोग बैराज पर काम कर रहे लोगों को सुरक्षित जगहों पर भागने के लिए आवाजें लगा रहे थे, नदी की तेज गर्जना के कारण मजदूरों को कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था। पल भर में ही बैराज और टनल मलबे में दफन हो गया।
तो वहीं दूसरी तरफ रैणी गांव के प्रेम बुटोला ने बताया, नंदा देवी पर्वत की तलहटी से ग्लेशियर के टूटने से यह भीषण तबाही मची है। ऐसा जल प्रलय कभी नहीं देखा। तपोवन के सुभाष थपलियाल ने बताया कि कुछ ही पलों में ही सब कुछ खत्म हो गया। नदी का ऐसा रौद्र रूप देखकर लोग डरे हुए हैं।