दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED को नोटिस जारी किया गया है. दिल्ली हाईकोर्ट ने जांच एजेंसी को नोटिस जारी करते हुए मामले में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है. इस मामले में आरोपी चनप्रीत सिंह की ओर से हाईकोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की गई है. कोर्ट ने आरोपी की याचिका पर संज्ञान लेते हुए प्रवर्तन निदेशालय को नोटिस जारी किया है. चनप्रीत सिंह पर गोवा विधानसभा के दौरान आम आदमी पार्टी के लिए फंड जुटाने का आरोप है. चनप्रीत सिंह को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया है.
दिल्ली हाईकोर्ट ने कथित आबकारी नीति घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्र्रिंग मामले में आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता चनप्रीत सिंह रयात की जमानत याचिका पर शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय से जवाब मांगा है. जस्टिस अमित शर्मा की वेकेशन बेंच ने चनप्रीत सिंह की नियमित जमानत याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय को नोटिस जारी किया और एजेंसी से स्थिति रिपोर्ट दायर करने को कहा है. मामले में अगली सुनवाई 2 जुलाई को होगी. ईडी ने चनप्रीत सिंह को 12 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. चनप्रीत सिंह ने कथित तौर पर आप के 2022 गोवा चुनाव अभियान के लिए फंड की व्यवस्था की थी.
ED का आरोप है कि बीआरएस नेता के. कविता, तेदेपा के ओंगोल से सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी और उनके बेटे राघव मगुंटा, व्यवसायी सरथ चंद्र रेड्डी और अन्य लोगों के ‘साउथ ग्रुप’ ने अब खत्म हो चुकी आबकारी नीति के तहत दिल्ली शराब बाजार में अहम स्थान हासिल करने के लिए आप को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी. ईडी ने दावा किया है कि आप ने इस कथित रिश्वत में से 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल अपने गोवा चुनाव अभियान में किया था.