शंख को बहुत पवित्र माना जाता है. पौराणिक कथा के अनुसार शंख की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी. इस वजह से इसे मां लक्ष्मी का भाई भी कहा जाता है. मान्यता है कि जहां शंख होता है वहां माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु का वास होता है और धन-धान्य की कमी नहीं रहती. घर में शंख को नियमित रूप से बजाने से नकारात्मकता भी दूर होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि शंख आपकी कुंडली में तमाम ग्रहों की स्थितियों को भी मजबूत कर सकता है. लेकिन इसके लिए सप्ताह में दिन के हिसाब से अलग अलग उपाय करने की जरूरत है. ग्रहों की स्थिति मजबूत होने से जीवन की तमाम समस्याएं खुद ही खत्म होने लगती हैं. यहां जानिए शंख से किए जाने वाले उपाय.
1- सोमवार का दिन भगवान शिव और चंद्र ग्रह का माना गया है. इस दिन शंख में दूध भरकर शिवजी को चढ़ाना चाहिए.इससे कुंडली में चंद्र की स्थिति मजबूत होती है और चंद्र से जुड़े रोग और अन्य परेशानियां दूर होती हैं.
2- मंगलवार का दिन मंगल ग्रह का माना गया है. यदि मंगल किसी की कुंडली में भारी हो तो शादी में बहुत समस्या आती है. वैवाहिक जीवन में भी टकराव की स्थिति बनी रहती है. मंगल को अनुकूल बनाने के लिए मंगलवार के दिन शंख बजाकर सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए. इससे मंगल की अशुभ स्थिति के कारण पड़ने वाले कुप्रभाव से मुक्ति मिलती है.
3- बुध का संबन्ध बुद्धि और वाकपटुता से माना गया है. बुधवार का दिन बुध ग्रह का होता है. इस दिन शंख में जल व तुलसी डालकर शालिग्राम का अभिषेक करने से बुध ग्रह की स्थिति आपके अनुकूल हो जाती है.
4- कुंडली में गुरु आपके पक्ष में नहीं है तो इसे अनुकूल करने के लिए गरूवार के दिन शंख पर केसर से तिलक करके भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए. इससे आपका गुरू ग्रह शुभ फल प्रदान करता है.
5- शुक्र ग्रह का संबन्ध धन-वैभव और भौतिक सुख सुविधाओं से होता है. यदि शुक्र ग्रह को मजबूत करना है तो शंख को सफेद रंग के कपड़े में रखना रखें. इससे आपका ग्रह बलवान होता है.
6- ज्योतिष में सूर्य को मान-सम्मान का कारक माना जाता है. यदि किसी की कुंडली में सूर्य कमजोर हो तो उसके सम्मान को ठेस पहुंच सकती है. पिता से संबंधों में दरार आती है. सूर्य की स्थिति अनुकूल करने के लिए रविवार के दिन शंख में जल भरकर सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए.