रांची उपायुक्त आवास के समीप स्थित रांची डीसी की बाउंड्री वॉल के पास से एक लाल झोले में संदिग्ध वस्तु को देख अफरा -तफरी मच गई. आनन -फानन में पुलिस ने बीडीएस टीम को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंची बीडीएस टीम ने जांच की जिसके बाद वह बैटरी का चार्जर निकला. बीडीएस की टीम ने जांच के बाद बताया कि लाल झोले में रखा हुआ बड़े बैटरी का चार्जर था, जिसे देख कर बाहर से आशंका जताई जा रही थी कि कहीं इसमें बम तो नहीं है. इसको लेकर वहां दो घंटे तक मार्ग रोके रखा गया.
शाम 4 बजे के करीब लालपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह को रांची डीसी के गोपनीय कार्यालय से यह सूचना दी गई कि डीसी आवास के बाहर लाल रंग के थैले में एक संदिग्ध वस्तु रखा हुआ है. उसमें दो प्लग भी निकले हुए हैं. मामले की जानकारी मिलते ही लालपुर पुलिस मौके पर पहुंची और बैरेटेकिंग लगाकर डीसी आवास की तरफ आने जाने वाले रास्ते को ब्लॉक कर दिया गया. इस दौरान लालपुर थाना प्रभारी के द्वारा झारखंड जगुआर के बम निरोधक दस्ते को भी सूचना दी गई. मौके पर पहुंची बीडीएस की टीम ने पूरी तरह से ड्रेसअप होकर पूरी सुरक्षा के संदिग्ध वस्तु की जांच की, पहले संदिग्ध वस्तु में लगे हुए वायर को काटा गया और फिर जब उसकी जांच की गई तो वह बड़े बैटरी का चार्जर निकला. बम निरोधक दस्ते के अधिकारी गणेश ने बताया कि बम की आशंका जताते हुए उन्हें सूचना दी गई थी, जिसके बाद उनकी टीम मौके पर पहुंची और जब संदिग्ध वस्तु का जांच किया गया तब जाकर मामला क्लियर हुआ कि वह बम नहीं है बल्कि बड़े बैटरी का चार्जर है.
दरअसल, जिस जगह संदिग्ध वस्तु मिली वह इलाका वीआईपी है. पास में ही रांची डीसी का आवास है. रांची के सीनियर एसपी सहित सभी बड़े पुलिस अधिकारियों का आवास भी आसपास ही है. ऐसे में संदिग्ध वस्तु मिलने की सूचना पर राजधानी में खलबली मच गई जिसकी वजह से बम निरोधक दस्ते को भी मौके पर बुलाना पड़ा.झारखंड। रांची उपायुक्त आवास के समीप स्थित रांची डीसी की बाउंड्री वॉल के पास से एक लाल झोले में संदिग्ध वस्तु को देख अफरा -तफरी मच गई. आनन -फानन में पुलिस ने बीडीएस टीम को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंची बीडीएस टीम ने जांच की जिसके बाद वह बैटरी का चार्जर निकला. बीडीएस की टीम ने जांच के बाद बताया कि लाल झोले में रखा हुआ बड़े बैटरी का चार्जर था, जिसे देख कर बाहर से आशंका जताई जा रही थी कि कहीं इसमें बम तो नहीं है. इसको लेकर वहां दो घंटे तक मार्ग रोके रखा गया.
शाम 4 बजे के करीब लालपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह को रांची डीसी के गोपनीय कार्यालय से यह सूचना दी गई कि डीसी आवास के बाहर लाल रंग के थैले में एक संदिग्ध वस्तु रखा हुआ है. उसमें दो प्लग भी निकले हुए हैं. मामले की जानकारी मिलते ही लालपुर पुलिस मौके पर पहुंची और बैरेटेकिंग लगाकर डीसी आवास की तरफ आने जाने वाले रास्ते को ब्लॉक कर दिया गया. इस दौरान लालपुर थाना प्रभारी के द्वारा झारखंड जगुआर के बम निरोधक दस्ते को भी सूचना दी गई. मौके पर पहुंची बीडीएस की टीम ने पूरी तरह से ड्रेसअप होकर पूरी सुरक्षा के संदिग्ध वस्तु की जांच की, पहले संदिग्ध वस्तु में लगे हुए वायर को काटा गया और फिर जब उसकी जांच की गई तो वह बड़े बैटरी का चार्जर निकला. बम निरोधक दस्ते के अधिकारी गणेश ने बताया कि बम की आशंका जताते हुए उन्हें सूचना दी गई थी, जिसके बाद उनकी टीम मौके पर पहुंची और जब संदिग्ध वस्तु का जांच किया गया तब जाकर मामला क्लियर हुआ कि वह बम नहीं है बल्कि बड़े बैटरी का चार्जर है. दरअसल, जिस जगह संदिग्ध वस्तु मिली वह इलाका वीआईपी है. पास में ही रांची डीसी का आवास है. रांची के सीनियर एसपी सहित सभी बड़े पुलिस अधिकारियों का आवास भी आसपास ही है. ऐसे में संदिग्ध वस्तु मिलने की सूचना पर राजधानी में खलबली मच गई जिसकी वजह से बम निरोधक दस्ते को भी मौके पर बुलाना पड़ा.