स्वतंत्रता दिवस से पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा बाटला हाउस क्षेत्र से गिरफ्तार कि गए आईएसआईएस के (ISIS) के एक संदिग्ध मददगार (suspected helper) की गिरफ्तार पर आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान (Amanatullah Khan) ने सवाल खड़े कर दिए हैं।
बता दें कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएस के सक्रिय सदस्य मोहसिन अहमद की गिरफ्तारी को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने मोहसिन को बेकसूर बताते हुए उसकी रिहाई की मांग की है।
बता दें कि खान ने ट्वीट कर कहा, ‘एनआईए द्वारा जामिया के छात्र मोहसिन की गिरफ्तारी सरा-सर गलत और असंवैधानिक है। भाजपा और आरएसएस वालों ने आईएसआईएस के नाम पर मुसलमानों को बदनाम और परेशान करने का नया तरीका निकाला है, मोहसिन बेकसूर है और उसका किसी भी असामाजिक तत्व के साथ कोई सम्बंध नही रहा है।’ अमानतुल्लाह खान ने मोहसिन की रिहाई की भी मांग की।
विदित हो कि गत दिवस यानि रविवार को एनआईए (NIA) ने आईएस के सक्रिय सदस्य मोहसिन अहमद को गिरफ्तार कर पटियाला हाउस स्थित एनआईए कोर्ट में पेश किया था। इसके बाद उसे एक दिन की एनआईए की रिमांड पर भेज दिया गया। जांच एजेंसी ने अदालत से उसकी सात दिन की रिमांड मांगी थी। लेकिन एक दिन की ही मंजूरी मिली। एनआईए (NIA) के प्रवक्ता ने बताया कि मूल रूप से बिहार के पटना के रहने वाला मोहसिन आईएस के लिए पैसे जुटाता था।
इस संबंध में एनआईए (NIA) प्रवक्ता ने कहा कि अहमद आईएस का कट्टरपंथी और सक्रिय सदस्य है। उसे भारत के साथ-साथ विदेशों में सहानुभूति रखने वालों से आईएस के लिए धन एकत्र करने में शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया गया है। वह इस फंड को क्रिप्टोकरंसी के रूप में आईएस की गतिविधियों को के लिए सीरिया व अन्य स्थानों पर भेजता था। दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पढ़ने वाले छात्रों ने मोहसिन के बारे में सूचना दी थी। इसी आधार पर एजेंसी ने कार्रवाई की। यूनिवर्सिटी के छात्रों की मानें तो उसने कई छात्रों को इस्लामिक स्टेट की विचारधारा से प्रभावित करने की कोशिश की।