रूस-यूक्रेन के बीच जंग शनिवार को दसवें दिन भी जारी है. यूक्रेन के कई शहरों में शनिवार की सुबह से ही रूसी सेना तबाही मचा रही है, लेकिन इस युद्ध में उसको भी जमकर नुकसान उठाना पड़ रहा है. यूक्रेन सेना (Ukraine Army) की ओर से जारी आंकड़ों में दावा किया गया है कि अब तक की जंग में रूस के 10 हजार सैनिकों (Russian Soldiers) को मारा जा चुका है. साथ ही बड़ी संख्या में हथियारों को नष्ट किया गया है. नष्ट किए गए हथियारों में 40 हेलिकॉप्टर्स, 269 टैंक, 39 मिलिट्री प्लेन, 60 ईंधन टैंक, 2 नाव और अन्य हथियार शामिल हैं.
रूस की सेना ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला कर दिया था. इससे पहले महीनों तक उसने इस देश को चारों तरफ से घेरने का काम किया था. जिसपर यूक्रेन ने बार-बार चिंता जताई थी. रूसी सेना शनिवार से यूक्रेन के दो क्षेत्रों में संघर्ष-विराम पर सहमत हो गई है, ताकि वहां फंसे नागरिकों को सुरक्षित निकाला जा सके. रूस की सरकारी न्यूज एजेंसियों ने यह जानकारी दी.
आरआईए नोवोत्सी और तास न्यूज एजेंसी ने रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के हवाले से बताया कि मॉस्को यूक्रेनी बलों के साथ कुछ निकासी मार्गों पर संघर्ष-विराम के लिए सहमत हो गया है, ताकि नागरिकों को दक्षिण-पूर्व में रणनीतिक लिहाज से अहम बंदरगाह शहर मारियुपोल और पूर्वी शहर वोल्नोवाखा से सुरक्षित निकालने में मदद मिल सके.
रूस में झूठी खबर फैलाने पर 15 साल की सजा का प्रावधान
इस समय यूक्रेनी सेना की तरफ से अभी संघर्ष-विराम की कोई पुष्टि नहीं की गई है और फिलहाल यह भी स्पष्ट नहीं है कि निकासी मार्ग कब तक खुले रहेंगे. यूक्रेन से छिड़े युद्ध के बीच रूस में नया कानून पास किया गया है. अब सेना के खिलाफ झूठी खबर प्रकाशित करने पर रूस में 15 साल तक की जेल का प्रावधान किया गया है.
पुतिन की पड़ोसी देशों को चेतावनी, ऐसे ही न लगा दें प्रतिबंध
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने पड़ोसी देशों को चेतावनी दी है कि वह रूस पर और प्रतिबंध लगाकर स्थिति की गंभीरता को और न बढ़ाएं. पुतिन ने कहा कि हमारे पड़ोसियों के प्रति हमारी कोई गलत मंशा नहीं है. मैं उन्हें सलाह दूंगा कि स्थिति को न बढ़ाएं और कोई प्रतिबंध न लगाएं. हम अपने सभी दायित्वों को पूरा करते हैं और उन्हें पूरा करना जारी रखेंगे.