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रामायण कॉन्क्लेव से सजेगी अयोध्या , बुलेट ट्रेन-हवाई यात्रा से पर्यटन के नक्शे पर आयेगी रामनगरी

भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर भगवान श्रीराम के शरण में है। भगवान श्रीराम के आशीर्वाद के साथ इस बार पार्टी अयोध्या के अब तक काम को दिखाने का प्रयास कर रही है। अयोध्या के विकास का मार्ग भगवान श्रीराम के दरबार से ही शुरू होता है। वर्तमान में भव्य मंदिर के निर्माण का काम एक साल से चल रहा है। जिसका वर्षगांठ भी भारतीय जनता पार्टी मना चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी ने जहां मंदिर का शिलान्यास किया था, वहीं अब तक 27 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या जा चुके हैं। उनके अयोध्या बार-बार जाने को तात्पर्य सिर्फ लोगों को संदेश देना है कि पार्टी अपने वादे पर काम कर रही है। मंदिर बन रहा है और उसके लिए सुविधायें भी रहेंगी। ज्ञात हो श्रीरामं मंदिर शिलान्यास के दौरान भव्य दीवाली मनाई गई थी जो एक विश्व रिकाॅड है।

एयरपोर्ट
अयोध्या के विकास के लिए तीनों स्तर से काम शुरू है। अयोध्या में भव्य एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। इस एयरपोर्ट से देष के सभी शहर जुड़ जायेंगे।

बुलेट ट्रेन
दिल्ली-वाराणसी कॉरिडोर पर 12 स्टेशन बनाने की योजना है। दिल्ली से शुरु होकर नोएडा होते हुए मथुरा, आगरा, इटावा, कन्नौज, लखनऊ, अयोध्या, रायबरेली, प्रयागराज, भदोही और वाराणसी में होगा। अयोध्या को इस मार्ग पर लेने से पर्यटन को बढ़ावा देना है। यह ट्रेन अयोध्या से भी गुरेगी। बुलेट ट्रेन की योजना धरातल पर आने के बाद दिल्ली से अयोध्या और वाराणसी तक जाने वाले श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा।

राम की पैढ़ी
हरिद्वार में हरि की पैढ़ी की तर्ज पर सरयू में भी राम की पढ़ी बनाई गयी है। सरयू में भक्तों के स्नान के लिए यह राम की पैढ़ी अद्भूत है। यहीं से उपास्य और उपासक की भावना षुरू हो जाती है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 अगस्त को
देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 अगस्त को अयोध्या आएंगे। आजादी के बाद पहली बार राष्ट्रपति अयोध्या में रामलला का दर्शन करने आ रहे हैं। राष्ट्रपति 29 अगस्त को लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से प्रेसीडेंशियल ट्रेन से अयोध्या पहुंचेंगे। करीब चार घंटे के अयोध्या प्रवास के दौरान वह रामलला का दर्शन-पूजन करने के साथ विभिन्न कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे। संभावना है कि वह रामायण कॉन्क्लेव का शुभारंभ भी करें। कार्यक्रम जारी होने के बाद सोमवार को रेलवे के सहायक मंडल अभियंता वनवारी लाल ने अयोध्या स्टेशन का दौरा किया। इस दौरान स्टेशन स्टाफ ने उन्हें सिविल कार्य से संबंधित कुछ कमियां बताई। इस पर उन्होंने अवर अभियंता को इन कमियों को एक सप्ताह के अंदर दूर करने के निर्देश दिए। प्रेसीडेंशियल ट्रेन के काफिले में कुल तीन ट्रेनें होगी। सबसे आगे पायलट ट्रेन होगी। बीच में राष्ट्रपति की प्रेसीडेंशियल ट्रेन होगी होगी। उसके पीछे रेलवे के अधिकारियों की विशेष ट्रेन होगी।

इस दौरान अयोध्या-फैजाबाद रेलवे स्टेशन समेत रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के कड़े इंतजाम होंगे। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल के 11 अगस्त को अयोध्या दौरा करने की संभावना है। वह अयोध्या व फैजाबाद रेलवे स्टेशन के साथ रेलवे ट्रैक की भी निरीक्षण करेंगे। संभावना जताई जा रही है कि राष्ट्रपति के हाथों से इस भव्य रामायण कॉन्क्लेव का शुभारंभ होगा। इसके अलावा वह रामलला का दर्शन-पूजन कर, मंदिर निर्माण के कार्यों का जायजा भी ले सकते हैं। साथ उनकी अयोध्या के संत महंतों से भी मुलाकात भी होगी ।