हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में बुधवार को हुए भयानक भूस्खलन के बाद करीब 40 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। डिप्टी कमिश्नर सादिक हुसैन ने इसकी जानकारी दी। विधानसभा सत्र के दौरान हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने भी घटना की पुष्टि की है। एक महीने से भी कम समय में किन्नौर में भूस्खलन की यह दूसरी बड़ी घटना है।
हादसे में बस के साथ ही अन्य पांच छोटे वाहन भी दबे होने की आशंका है। चट्टान खिसकने के बाद से ही नेशनल हाईवे नंबर 5 ब्लॉक है। यह हादसा बुधवार दोपहर के आसपास हुआ। मलबे में हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की बस के साथ ही एक ट्रक और एक गाड़ी भी दबी दिख रही है।
बस के अलावा कुछ और गाड़ियां भी दबी हैं। मलबे को हटाने के लिए काम तेजी से किया जा रहा है लेकिन अभी भी चट्टानों से पत्थर और मिट्टी गिर रही है, जिसकी वजह से बचाव कार्य में रुकावट आ रही है। एनडीआरएफ की टीम को मौके पर भेजा गया है। इसके अलावा स्थानीय प्रशासन भी बचाव के काम में जुटा है।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि मलबे के नीच 40 यात्रियों से भरी एक हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की बस के साथ ही कई अन्य वाहन भी दबे हुए हैं। यह किन्नौर के रेकोंगे पेओ से शिमला की ओर जा रही थी।
एनडीआरएफ के साथ ही स्थानीय बचाव टीमों को भी घटनास्थल पर बुलाया गया है। सादिक हुसैन ने यह भी बताया कि अभी तक चट्टानों से बड़े-बड़े पत्थर गिर ही रहे हैं, जिसकी वजह से बचाव कार्य में बाधा आ रहा है।