ज्योतिष में प्रत्यक्ष देवता माने जाने वाले भगवान सूर्य को सभी ग्रहों का अधिपति माना गया है. सूर्य को आत्मा, प्राण ऊर्जा , पिता, सरका, मान-सम्मान, यश, कीर्ति, आत्म विश्वास का कारक माना गया है. सूर्यदेव की ऊर्जा से ही पृथ्वी पर जीवन संभव है. उनकी कृपा से सुख, समृद्धि, सौभाग्य और अच्छी सेहत का वरदान मिलता है. सनातन परंपरा में सूर्य की उपासना के माध्यम से तमाम तरह के रोगों और व्याधि से मुक्ति पाई जा सकती है. आइए सूर्य देव को प्रसन्न करने के सरल एवं प्रभावी उपाय के बारे में जानते हैं.
सूर्य की कृपा पाने के वास्तु उपाय
सूर्य की कृपा पाने के लिए वास्तु में कई सरल उपाय बताए गये हैं. वास्तु के अनुसार सूर्यदेव की कृपा पाने के लिए प्रतिदिन सूर्योदय के समय घर के दरवाजे और खिड़कियां खोल देना चाहिए. घर में सूर्यदेव के साथ सात घोड़ों की तस्वीर पूर्व दिशा में लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है. इसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति घर पर बीमार चल रहा हो और उसके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना के साथ उसके कमरे में सूर्यदेव की प्रतिमा लगाने पर सकारात्मक परिणम सामने आने लगते हैं. मान्यता है कि कार्यक्षेत्र में सूर्यदेव की प्रतिमा लगाने से उन्नति और लाभ होता है. सूर्योदय के समय की किरणें स्वास्थ्य की दृष्टि से सर्वोत्तम मानी जाती हैं. वास्तु के अनुसार घर में किचन और बाथरूम बनवाते समय इस बात का पूरा ख्याल रखें कि उसमें भी सूर्य का प्रकाश पहुंच सके.
सूर्य की कृपा पाने के धार्मिक उपाय
सनातन पंरपरा में सूर्य की कृपा पाने के लिए कई सरल और प्रभावी उपाय बताए गये हैं. जैसे प्रतिदिन उगते हुए सूर्य को अघ्र्य देने और उन्हें प्रणाम करने से सूर्यदेव शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं. इसी प्रकार सूर्यदेव की कृपा पाने और कुंडली में सूर्य को मजबूत करके उनसे संबंधी सभी दोषों को दूर करने के लिए उनका व्रत भी एक महाउपाय है, जिसे रविवार के दिन किया जाता है. मान्यता है कि रविवार के दिन सूर्यदेव का व्रत करने से शरीर हमेशा स्वस्थ एवं निरोगी बना रहता है. रविवार व्रत वाले दिन नमक का उपयोग न करें. इसी प्रकार सूर्यदेव की शुभता को प्राप्त करने के लिए रविवार को तांबे की चीजों का क्रय-विक्रय न करें. सूर्य देव की कृपा पाने के प्रतिदिन सूर्यदेव के मंत्र का जाप और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें.