ईरान (Iran) ने पुर्तगाल (Portugal) के झंडे वाले जहाज एमएससी एरीज (MSC Aries) के चालक दल के सात सदस्यों को रिहा कर दिया है। 13 अप्रैल को इसे जब्त किया गया था। पुर्तगाल के विदेश मंत्रालय (foreign Ministry) ने बताया कि मुक्त किए गए लोगों में पांच भारतीय (five Indians) समेत एक फिलिपींस का नागरिक और एक एस्टोनियाई नागरिक हैं। इस कंटेनर जहाज का इजरायल के साथ संबंध होने के कारण ईरान ने इसे जब्त किया था। पुर्तगाल ने जब्त किए गए जहाज से चालक दल के सात सदस्यों की रिहाई का स्वागत किया है।
पुर्तगाल ने अब बचे हुए 17 चालक दल के सदस्यों की तत्काल रिहाई की मांग की है। ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स नेवी ने 13 अप्रैल को होर्मुज जलडमरूमध्य के करीब कंटेनर जहाज एमएससी एरीज को कब्जे में ले लिया था। इसमें 17 भारतीय नागरिक सवार थे। जहाज आखिरी बार 12 अप्रैल को दुबई के तट से दूर होर्मुज जलडमरूमध्य की ओर जाते हुए देखा गया था। इजरायल और ईरान के बीच बढ़े हुए संघर्ष के दौरान जहाज को कब्जे में लिया गया था।
रिहाई के लिए भारत ने उठाया कदम
जहाज जब्त करने के बाद ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘यह निश्चित है कि यह जहाज जायोनी शासन से जुड़ा है।’ जहाज पर सवार भारतीय क्रू मेंबर को रिलीज करने की मांग भारत ने उठाई थी। 14 अप्रैल को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने ईरानी समकक्ष होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ भारतीय क्रू मेंबर की रिहाई पर चर्चा की थी। डॉ. जयशंकर ने चालक दल की स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए ईरान से सहायता मांगी थी।
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भारतीय महिला को पहले ही रिहा किया
ईरानी विदेश मंत्री ने कहा था कि भारतीय अधिकारियों को चालक दल से मिलने की इजाजत दी जाएगी। इस जहाज पर भारतीय क्रू मेंबर के साथ चार फिलिपींस के नागरिक, दो पाकिस्तानी, एक रूसी और एक एस्टोनियाई शामिल थे। भारतीय चालक दल के 17 सदस्यों में से एकमात्र महिला कैडेट एन टेसा जोसेफ को 13 अप्रैल को ईरान की सेना द्वारा टैंकर को जब्त करने के कुछ दिनों बाद रिहा कर दिया गया था। बाकी लोगों से अधिकारियों को मिलने की इजाजत मिली थी।