पूरा यूरोप (Europe) भीषण गर्मी (Heat) की आग में तप रहा है, एयरपोर्ट (airport) के रनवे पिघल रहे हैं, रेलवे ट्रैक (railway track) फेल और सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। स्पेन और पुर्तगाल (Spain and Portugal) में मरने वालों की संख्या 1700 के करीब पहुंच गई है। वहीं सोशल मीडिया पर इसे लेकर अफवाहों और भ्रामक जानकारियों का बाजार भी गर्म है। इस बीच सोशल मीडिया पर ट्रेन के सिग्नल की एक ऐसी फोटो शेयर की जा रही है जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि यह सिग्नल भीषण गर्मी के कारण पिघल गया है। हालांकि इसकी सच्चाई कुछ और ही है।
दरअसल, रेलवे सिग्नल की यह तस्वीर ब्रिटेन के बेडफोर्डशायर के सैंडी शहर की है। एक तस्वीर में पिघले हुए सिग्नल को देखा जा सकता है, जिसे वायरल किया जा रहा है। हालांकि इस घटना स्थल की एक और तस्वीर भी है जिसमें दिखता है कि वहां आग लगी थी। इसकी वजह से ही यह सिग्नल पिघला है और रेलवे ट्रैक भी प्रभावित हुआ है।
लंदन के कुछ हिस्सों में जंगल की आग में कई घर नष्ट हो गए हैं। ज्यादातर देशों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है। इससे पहले सबसे ज्यादा तापमान 2019 में 39.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। अनुमान लगाया जा रहा है कि पारा अभी भी इसके ऊपर जा सकता है। विशेषज्ञों का दावा है कि अगर कार्बन उत्सर्जन कम नहीं किया, तो हालात इससे ज्यादा बुरे हो जाएंगे। ब्रिटेन में गर्मी से हालात इतने बिगड़ गए हैं कि वहां का ट्रांसपोर्ट व्यवस्था बिगड़ गई है।
जानकारी के मुताबिक, ब्रिटेन में सड़कों पर डामर पिघलने लगा है। लूटन एयरपोर्ट का रनवे भी पिघल गया। वहीं, रेलवे ट्रैक भी बढ़ते तापमान को सह नहीं पा रहे हैं और फैल रहे हैं। ब्रिटेन में लोगों को ट्रेन से यात्रा न करने की सलाह दी गई है।
इस कारण पिघल रहे रेलवे ट्रैक
परिवहन मंत्री ग्रांट शैप्स के मुताबिक, हमारा देश का रेल नेटवर्क इस भीषण गर्मी का सामना नहीं कर सकता। इसे अपग्रेड करने में वर्षों लग जाएंगे। तापमान के बढ़ने के कारण ट्रैक का पारा 50 डिग्री, 60 डिग्री और यहां तक कि 70 डिग्री तक पहुंच जाता है। इस कारण ट्रैक पिघल सकते हैं और ट्रेन के पटरी से उतरने का खतरा बढ़ जाता है।
फ्रांस, पुर्तगाल, स्पेन, ग्रीस पर गर्मी की मार
सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं, बल्कि फ्रांस, पुर्तगाल, स्पेन, ग्रीस समेत पूरे यूरोपीय देश तप रहे हैं। ज्यादातर लोग घरों से ही काम कर रहे हैं। ब्रिटेन के मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि एक-दो दिन में पारा 41 डिग्री के पार पहुंच जाएगा। बढ़ती गर्मी की वजह से जंगलों में आग लगने की घटनाएं भी बढ़ गईं हैं।
दक्षिणी यूरोप के कुछ हिस्सों में सैकड़ों जंगल जल रहे
दक्षिणी यूरोप के कुछ हिस्सों में अभी भी सैकड़ों जंगल जल रहे हैं। हालांकि, यहां तापमान धीरे-धीरे घट रहा है। लेकिन यहां आग पर काबू पाने के लिए हजारों फायरफाइटर्स लगे हुए हैं। अधिकारियों का कहना है कि अभी और जंगलों में भी आग लगने का खतरा बना हुआ है। स्पेन में लगातार बीते आठ दिन से हीटवेव चल रही है। यहां अब तक 510 लोगों की मौत हो चुकी है। इस साल आग लगने से 1.73 लाख एकड़ की जमीन तबाह हो चुकी है।
बचने के लिए आइस बार जा रहे लोग
पेरिस में गर्मी से बचने के लिए लोग आइस बार का सहारा ले रहे हैं। आइस बार में तापमान 20 डिग्री सेल्सियस है। यहां लोग 25 मिनट के लिए लगभग 2 हजार रुपये चुका रहे हैं। फ्रांस के कुछ हिस्सों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया है।