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यूपी: प्रदेश में अब 24 घंटे बिजली देने की तैयारी, कॉरपोरेशन ने शुरू किया तकनीकी परीक्षण

प्रदेश में 24 घंटे बिजली देने और रोस्टर खत्म करने की उपभोक्ता परिषद की मांग पर पावर कॉरपोरेशन ने नियामक आयोग में जवाब दाखिल कर दिया है। इसमें कहा है कि परिषद का प्रस्ताव स्वागत योग्य है। इस पर कॉरपोरेशन की ओर से तकनीकी एवं वाणिज्यिक पहलुओं पर विश्लेषण कर रहा है। प्रदेश में एक जुलाई से 24 घंटे बिजली आपूर्ति खत्म कर रोस्टर प्रणाली लागू कर दी गई है। इसके तहत ग्रामीण इलाके में 18 घंटे, नगर पंचायत में 21.30 घंटे और जिला मुख्यालय पर 24 घंटे का रोस्टर लागू कर दिया गया। उपभोक्ता परिषद ने इस आदेश के विरोध में नियामक आयोग में जनहित प्रस्ताव दाखिल करते हुए विरोध जताया। तीन जुलाई को दाखिल प्रस्ताव पर अब नियामक आयोग में कॉरपोरेशन ने जवाब दाखिल किया है। इसमें कहा कि उपभोक्ताओं के हित में उन्हें 24 घंटे बिजली देने का परिषद का प्रस्ताव स्वागत योग्य है। परिषद अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि कॉरपोरेशन का जवाब संतोषजनक नहीं है। जल्द से जल्द रोस्टर खत्म कर 24 घंटे आपूर्ति शुरू की जाए।

बिजली चोरी रोकने के लिए अभियान चलाने के निर्देश
पावर कार्पोरेशन के अध्यक्ष डा. आशीष कुमार गोयल ने सभी अभियंताओं को निर्देश दिया है कि बिजली चोरी रोकने के लिए अभियान चलाया जाए। जहां ज्यादा चोरी हो रही हैं, उन फीडरों को चिन्हित कर अगल से निगरानी की जाए। वह मंगलवार को लाइन हानियों की समीक्षा कर रहे थे। कार्पोरेशन अध्यक्ष डा. गोयल ने कहा कि जिन क्षेत्रों में सर्वाधिक लाइन हानियॉ हैं वहॉ चोरी की ज्यादा संभावना रहती है। इसलिए ऐसे इलाके में हर कनेक्शन की जांच की जाए। जांच के दौरान विजिलेंस टीम को भी साथ रखा जाए। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि जहां बिलिंग कम है, वहां के अधीक्षण अभियंताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वितरण ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्ता में जहॉ कमी नहीं आई है, वहॉ जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जाए। जिस इलाके में 70 फीसदी तक मीटर रीडिंग नहीं होगी, वहां के जेई से लेकर अधीक्षण अभियंता तक की तनख्वाह रोकी जाएगी। इस दौरान महमूदाबाद के अधिशाषी अभियंता जय प्रकाश को बेहतर कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। उनके क्षेत्र में एक भी ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है। इस दौरान कार्पोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार, सभी मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता आदि मौजूद रहे।