क्रिकेट मैदान पर सीन पलटते देर नहीं लगती है, लेकिन ऐसी ही कुछ जिंदगी क्रिकेटर्स की भी है. जिनके जीवन में कब नया मोड़ आ जाए, ये कोई सोच भी नहीं सकता है. इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल तेज गेंदबाज और स्विंग की दमखम से बल्लेबाजों को चकमा देने वाले गेंदबाज की जिंदगी और करियर दोनों पर दांव लग चुका है. जिसके सामने टिकने के लिए बल्लेबाजों को जद्दोजहद करनी पड़ती है, लेकिन वही आज संकटों से घिर चुका है.
दरअसल हम बात कर रहे हैं, न्यूजीलैंड के क्रिकेटर एंड्रयू हेजलडाइन (Andrew Hazeldine) की. जो सिर्फ 26 साल की उम्र में कैंसर से पीड़ित हो गए हैं. बता दें कि, एंड्रयू हेजलडाइन कैंटरबरी के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में हिस्सा लेते है. सितंबर की बात है जब उन्हें इस बारे में जानकारी लगी कि, उन्हें कैंसर है. इसके बाद से ही एंड्रयू का ट्रीटमेंट किया जा रहा है. लेकिन इस समय गेंदबाज की जिंदगी तो मुसीबत में घिरी ही है, साथ ही उनका करियर भी बर्बाद होता हुआ दिखाई दे रहा है.
जानकारी के मुताबिक गेंदबाज हेजलडाइन (Andrew Hazeldine Cancer) को हॉजकिन लिम्फोमा है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि, जो इस तरह के कैंसर से ग्रसित होता है, उसके इम्यून सिस्टम के सेल्स पर सीधा प्रभाव पड़ता है. इसके बाद कैंसर का फैलाव जितनी तेजी से शरीर में होता है, इंफेक्शन से मुकाबला करने की शक्ति उतनी तेजी से कम हो जाती है.यही नहीं ऐसे कैंसर में बुखार आना, रात में पसीना आना और वजन तेजी से कम होना जैसी समस्याएं होने लगती हैं. कहा जाता है कि, इस बीमारी का इलाज कीमोथैरेपी या फिर स्टेम सेल ट्रांसप्लांट से ही संभव हो पाता है. लेकिन खबरों की माने तो काफी जल्दी हेजलडाइन के कैंसर का खुलासा हो गया है ऐसे में उनके स्वस्थ होने की संभावना ज्यादा से ज्यादा बढ़ गई है.
फिलहाल अचानक से हेजलडाइन के कैंसर से पीड़ित होने के बारे में कैंटरबरी क्रिकेट टीम को जब से पता चला है, तब से वो सभी दुख जता रहे हैं. इस बारे में कैंटरबरी के क्रिकेट हाई-परफॉर्मेंस मैनेजर मार्टी क्रॉय ने बात करते हुए कहा कि, ये हेजलडाइन के लिए बहुत समस्या वाला दौर है.लेकिन कैंटरबरी टीम उनके इस दिक्कत भरे वक्त में उनके और हेजलडाइन के परिवार के साथ है. यही नहीं कैंटरबरी क्रिकेट टीम ने ये वादा किया है कि, वो हेजलडाइन के इलाज में भी अपना सहयोग देंगे.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, एंड्रयू हेजलडाइन बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं. इस समय वो कैंटरबरी के लिए 14 फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल चुके हैं.साल 2018 की बात है, जब कैंटरबरी में अपना करियर स्टार्ट करने के बाद एंड्रयू ने 14 मैचों में 35 विकेट झटके थे. फिलहाल ऐसे कई इतिहास हैं जो उनके नाम दर्ज हैं. लेकिन इस समय वो अपनी जिंदगी और मौत से अस्पताल में जूझ रहे हैं.