मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलौनों की चर्चा करने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तंज कसा है. राहुल गांधी ने कहा कि JEE-NEET के उम्मीदवार चाहते थे कि पीएम परीक्षा पर चर्चा करें, लेकिन वह खिलौनों पर चर्चा करके चले गए. राहुल गांधी ने रविवार को ट्वीट किया, ‘JEE-NEET के उम्मीदवार पीएम ‘परीक्षा पर चर्चा’ चर्चा चाहते थे, लेकिन पीएम ने ‘खिलौने पर चर्चा’ की. राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को लेकर ऐसे समय घेरा है जब कोरोना संकट के बीच JEE-NEET की परीक्षा कराये जाने का विरोध किया जा रहा है.
असल में, प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में रविवार को खिलौनों को पर बात कही. पीएम ने कहा, ‘मैं मन की बात सुन रहे बच्चों के माता-पिता से क्षमा मांगता हूं क्योंकि हो सकता है, उन्हें अब ये मन की बात कार्यक्रम सुनने के बाद खिलौनों की नई-नई मांग सुनने को मिले. खिलौने जहां एक्टिविटी को बढ़ाने वाले होते हैं तो वहीं खिलौने हमारी आकांक्षाओं को भी उड़ान देते हैं. खिलौने केवल मन ही नहीं बहलाते, खिलौने मन बनाते भी हैं और मकसद गढ़ते भी हैं.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘हमारे देश में लोकल खिलौनों की बहुत समृद्ध परंपरा रही है. कई प्रतिभाशाली और कुशल कारीगर हैं, जो अच्छे खिलौने बनाने में महारत रखते हैं. भारत के कुछ क्षेत्र टॉय क्लस्टर यानी खिलौनों के केंद्र के रूप में भी विकसित हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि वैश्विक टॉय इंडस्ट्री 7 लाख करोड़ से भी अधिक की है. कारोबार इतना बड़ा है, लेकिन भारत का हिस्सा उसमें बहुत कम है. जिस राष्ट्र के पास इतनी बड़ी विरासत हो, परंपरा हो, क्या खिलौनों के बाजार में उसकी हिस्सेदारी इतनी कम होनी चाहिए. लोकल खिलौनों के लिए हमें वोकल बनना होगा.’