मणिपुर की सड़कों पर पसरा सन्नाटा, हर तरफ अलग-अलग रंगों की वर्दी में तैनात सेना के जवान. सड़कों पर टूटे फूटे कांच के टुकडे़ किसी अनहोनी की गवाही दे रहे हैं. हर पल एक डर के साए में गुजरता जा रहा है. राहत शिविरों में मौजूद लोगों को अब इंतजार है कि कब हालात सामान्य होंगे और उनको घर भेजा जाएगा. फिलहाल चप्पे-चप्पे पर जवान हाथों में बंदूख और ट्रिगर पर उंगली रखे हुए हैं. सरकार अपने भरोसेमंद अधिकारियों को मणिपुर में तैनात करना चाहती है ताकि वो यहां के हालात सामान्य करने में मदद करें. IAS विनीत जोशी की तैनाती तो दिल्ली में थी मगर उनको मणिपुर आने का आदेश हो गया है.
1992 बैच मणिपुर कैडर के IAS अफसर विनीत जोशी वैसे तो प्रयागराज के रहने वाले हैं मगर मणिपुर में काम करने का अनुभव है. हिंसा के बाद उनको मणिपुर का मुख्य सचिव (Chief Secretary) बनाया गया है. हालांकि वो मणिपुर के चीफ विजिलेंस कमिश्नर और दिल्ली में मणिपुर भवन के प्रिंसिपल रेसीडेंट कमिश्नर (Principal Resident Commissioner) के रूप में भी काम करेंगे.
विनीत जोशी स्पेशल फ्लाइट से मणिपुर पहुंचे
विनीत ने राजेश कुमार की जगह ली है. उनको सरकार से 6 महीने का सेवा विस्तार मिला था. विनीत दिल्ली में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ( National Testing Agency) के महानिदेशक पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. मणिपुर सरकार ने केंद्र से अनुरोध किया, इसके एक ही दिन बाद उनको यहां से रिलीव कर दिया गया. रविवार को स्पेशल फ्लाइट से वो मणिपुर पहुंचे.
मणिपुर में अब तक 50 की मौत
अधिकारी इलाकों के हालातों से वाकिफ होता है. अगर उस अधिकारी ने वहां पर पहले काम किया है तो वहां के लोगों को भी बेहतर जानता होगा. मणिपुर के हालात ठीक नहीं है. अभी तो सुरक्षाबलों का पहरा है मगर डर इस बात का है कि अगर सुरक्षा कम हुई तो कहीं फिर से हिंसा न भड़क जाए. अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
2017 में भी संभाला था काम
विनीत जोशी पहले भी 2017 में सीएम बीरेन सिंह के चीफ सेकेट्री रह चुके हैं. इसके बाद इन्हें डीजी, एनटीए बना दिया गया था. विनीत जोशी शिक्षा मंत्रालय के बड़े अधिकारी माने जाते थे. शास्त्री में उनकी पहचान कई जिम्मेदारी संभालने वाले अधिकारी के रूप में थी. NTA के अलावा उनके पास केंद्रीय विश्वविद्यालयों की जिम्मेदारी भी उनके पास है. CBSE के वर्किंग प्रेसिडेंट की जिम्मेदारी भी उनके पास है.
शांत स्वभाव उनकी पहचान
विनीत जोशी अपनी कर्मठता और शांत स्वभाव वाले माने जाते हैं. मणिपुर में बोली जाने वालीं लोकल भाषाओं में पारंगत हैं. उनके कार्यालय में जो भी लोकल भाषा में बात करता है वो उसी तर्ज में उसको जवाब देते हैं. 2018 में जब उनकी नियुक्ति केंद्र में हो गई तो सीएम बीरेन सिंह ने उनकी खूब तारीफ की थी. उनको काम के प्रति समर्पित, मेहनती और तेज तर्रार अधिकारी बताया था. सीएम बीरेन सिंह ने तब कहा था कि जोशी समय-समय पर अपनी राय देते रहेंगे, राज्य सरकार उनके टच में रहेगी.
विनीत जोशी की एजुकेशन
विनीत जोशी IIT कानपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है. इसके बाद इंडियन इंस्ट्यूट ऑप फॉरेन ट्रेड (Indian Institute of Foreign Trade) से पीएचडी की. उन्होंने सबसे पहले मणिपुर के युवा और खेल मामलों के उप सचिव के रूप में काम किया था. केंद्र में तो उन्होंने शिक्षा मंत्रालय, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, महिला और बाल विकास मंत्रालय सहित कई और मंत्रालयों के तमाम पदों पर काम किया है.