कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी (Senior leader Rahul Gandhi) की अगुआई में भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) दक्षिण के पांच राज्यों से गुजरते हुए महाराष्ट्र (Maharashtra) पहुंच गई है। तेलंगाना का सफर पूरा करने से पहले पार्टी की मुनुगोडे सीट (Munugode seat) पर हुए उपचुनाव में मिली हार कांग्रेस के लिए गुजरात में सबक है। पार्टी के अंदर यह मांग उठने लगी है कि यात्रा के साथ विधानसभा चुनाव प्रचार (assembly election campaign) पर भी ध्यान चाहिए। क्योंकि, चुनावी असफलता यात्रा की सफलता पर असर डालेगी।
2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 19 सीट जीतकर तेलंगाना में दूसरी बड़ी पार्टी थी। बाद में 14 विधायकों ने पाला बदल लिया और पार्टी के पास इस वक्त सिर्फ पांच विधायक बचे हैं। जबकि AIMIM के पास विधानसभा में सात विधायक हैं। पार्टी के लिए सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि उपचुनाव में भाजपा दूसरे नंबर पर रही। जबकि मुनुगोडे परंपरागत रूप से कांग्रेस का गढ़ रहा है।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि मुनुगोडे सीट पर शिकस्त हमें आईना दिखाने के लिए काफी है। पार्टी लगातार यह कहती रही है कि यात्रा से कार्यकर्ताओं में नया उत्साह पैदा हो रहा है, पर चुनाव परिणाम इस उम्मीद के खिलाफ हैं। ऐसे में पार्टी को यात्रा के साथ हिमाचल प्रदेश और गुजरात चुनाव पर ध्यान देना होगा। चुनाव प्रचार को स्थानीय नेताओं के भरोसे पर नहीं छोड़ा जा सकता।
राहुल से आग्रह
गुजरात प्रदेश कांग्रेस ने भी राहुल गांधी से चुनाव प्रचार करने का आग्रह किया है। प्रदेश प्रवक्ता मनीष दोशी कहते हैं कि हमने राहुल और प्रियंका गांधी से प्रचार करने का आग्रह किया है। 2017 में उन्होंने प्रचार की कमान संभाली थी और उनके मार्गदर्शन में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था।
आप से खतरा
पार्टी के कई नेता मानते हैं कांग्रेस को गुजरात चुनाव को और गंभीरता से लेना चाहिए। क्योंकि, आप पंजाब में कांग्रेस को शिकस्त दे चुकी है। पार्टी की लापरवाही की वजह से आप गुजरात में दूसरे नंबर की पार्टी बन गई, तो यह राजनीति की बड़ी घटना होगी और इसका नुकसान कांग्रेस को होगा।
भाजपा प्रचार में आगे
पार्टी रणनीतिकार मानते हैं कि राहुल गांधी को फौरन गुजरात चुनाव प्रचार में उतरना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी व गृहमंत्री अमित शाह लगातार प्रचार में जुटे हैं। वहीं, आप भी प्रचार कर रही है। प्रदेश कांग्रेस के एक नेता ने कहा, कि ऐसा लगने लगा है कि प्रचार में मुख्य मुकाबला इन दोनों पार्टियों में है।