शपथ लेने के बाद सीएम योगी ताबड़तोड़ फैसले ले रहे हैं। सरकार के गठन और विभागों के बंटवारे के बाद अब नजर मंत्रियों के काम-काज पर है। कल योगी का फैसला आया था कि मंत्रियों को पुराने स्टाफ रखने की छूट नहीं मिली है। आज, योगी फिर से फायर हो गए हैं। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस और पारदर्शी सरकार की अपनी यूएसपी को इस सरकार में भी बनाए रखने के लिए सीएम ने तीन कड़े फैसले किए हैं।
सीएम ने मंत्रियों को दिया 100 दिन का टारगेट
यूपी सरकार के नव-निर्वाचित सभी मंत्रियों को सीएम योगी ने 100 दिन का टारगेट दिया है। इस 100 दिन के अंदर सभी मंत्रियों को अपने -अपने विभागों की समीक्षा करनी होगी। कैबिनेट के समक्ष विभागीय प्रस्तुतियां सम्बंधित मंत्री द्वारा ही दी जाएंगी। मंत्रियों को अपनी रिपोर्ट में सीएम योगी को बताना होगा कि वह अगले 100 दिन में क्या करेंगे। डिजिटलाइजेशन के काम को भी विभाग को आगे बढ़ाना है।
UP से बाहर जाने की जानकारी देनी होगी
मंत्रियों के बेवजह दौरौं और दिल्ली में बेवजह बड़े नेताओं के चक्कर लगाने से रोकने के लिए सीएम योगी बोले की मंत्रिमंडल का कोई भी मंत्री अगर यूपी से बाहर जा रहा है तो उसकी जानकारी उसे सरकार और पार्टी दोनों को देनी होगी। सीएम ने यह निर्देश जारी किया है।
फिजूलखर्ची पर रोक लगाएं
सरकार ने निर्देश दिए है कि बंगलों में साज-सज्जा पर ज्यादा पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं है। सीएम योगी ने फिजूलखर्ची को रोकने पर कदम उठाने के सख्त निर्देश दिए है। योगी सरकार के मंत्रियों के लिए राज्य संपत्ति विभाग नए बंगले तैयार कर रहा है। फर्नीचर को बदलने की आवश्यकता नहीं है।
सीएम योगी ने टीम के साथ की समीक्षा बैठक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कोरोना वायरस को लेकर लखनऊ में टीम-9 के अधिकारियों के साथ बैठक की। उच्च अधिकारियों के साथ बैठक में निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का हर हाल में अनुपालन जरूरी है।