मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर हुए सड़क हादसे में पूर्व विधायक विनायक मेटे की मौत हो गई। बताया गया कि उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई और बेहद गंभीर रूप से घायल होने के कारण उनकी मौत हो गई। इस हादसे में उनकी कार के परखच्चे उड़ गए। यह तब हुआ जब मेटे का ड्राइवर एक ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश कर रहा था और इसी दौरान उसने संतुलन खो दिया।
दरअसल, यह घटना पनवेल के पास माडप टनल में हुई है। मीडिया ने बताया कि पूर्व विधायक विनायक मेटे अपनी कार से जा रहे थे। इसी दौरान हादसा हो गया, गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे में विनायक मेटे के सिर में गंभीर चोट आई थी।
घटना के बाद तत्काल उन्हें पास के एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां उनकी मौत हो गई। रायगढ़ के जिला कलेक्टर महेंद्र कल्याणकर ने कहा कि शिव संग्राम पार्टी के प्रमुख विनायक मेटे की रविवार को मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर खोपोली के पास एक कार दुर्घटना में मौत हो गई।
रिपोर्ट के मुताबिक मेटे की सहयोगी और भाजपा विधायक भारती लावेकर ने कहा कि वह एक बैठक के लिए मुंबई आ रहे थे और बाद में उनके स्वतंत्रता दिवस की एक रैली में शामिल होने के लिए अपने गृहनगर बीड जाना था।
विनायकराव मेटे तीन बार विधायक रह चुके हैं। मेटे शिवसंग्राम पार्टी के अध्यक्ष थे। उनका जन्म 30 जून 1970 को बीड में हुआ था। विनायक मेटे 2016 में बीजेपी कोटे से निर्विरोध एमएलसी चुने गए थे। वे गोपीनाथ मुंडे के बेहद करीबी माने जाते थे। 2014 में विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने भाजपा से भी हाथ मिलाया था।