बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर कहा कि अपने फायदे के लिए भाजपा और सपा विधानसभा चुनाव को हिंदू-मुसलमान बनाना चाहती हैं। उन्होंने पार्टी मुख्यालय पर मुख्य सेक्टर प्रभारियों और जिला अध्यक्षों को निर्देश दिया कि वह घर-घर जाकर भाजपा और सपा कि इस साजिश का खुलासा करें। मतदाताओं को इस साजिश से सतर्क करें। मायावती गुरूवार को प्रेसवार्ता के दौरान कहा अयोध्या जमीन घोटाले की उच्च स्तर पर जांच होनी चाहिए। केंद्र व राज्य सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। जमीन खरीदे जाने की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए।
मायावती ने अखिलेश यादव के फोन टैपिंग के मामले में कहा कि कांग्रेस जब पावर में होती है तब वह भी यही करती है और भाजपा जब पावर में होती है तब भी उस पर आरोप लगते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सपा व कांग्रेस घोषणा पत्र के बहाने मतदाताओं को लालच दे रही है। मतदाताओं को इससे सतर्क रहना चाहिए उन्हें पारदर्शी सरकार चाहिए या लालच देने वाली सरकार। बसपा की चार सरकारों में जनता के हितों में ही काम किया गया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा दावा कर रही है कि उसे 300 से अधिक सीटें मिलेंगी अगर ऐसा होता तो भाजपा के बड़े-बड़े नेता मारे मारे न फिर रहे होते। उन्होंने कहा कि लोकार्पण व शिलान्यास के बहाने न तलाशे जाते। उन्होंने कहा कि लोकार्पण और शिलान्यास के नाम पर चुनावी सभा हो रही है। मायावती ने कहा कि मतदाता पहचान पत्र को आधार कार्ड से जोड़ने का निर्णय जल्दबाजी में लिया गया है। केंद्र सरकार को इस पर लोकसभा और राज्यसभा में खुली बहस करानी चाहिए थी। बसपा इससे सहमत नहीं है।
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने बसपा के सभी 75 जिलों के जिलाध्यक्षों संग अहम बैठक की। मायावती ने कहा कि प्रत्याशियों को किन बातों का ध्यान रखना है उसके दिशा निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियां सा- दाम-दंड-भेद करके अपने अपने पक्ष में हवा बना रहे हैं। बीजेपी, सपा और दूसरी विरोधी पार्टियां अपनी-अपनी कमियों पर पर्दा डाल रहे हैं। चुनाव को हिंदू-मुसलमान का रंग दे रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार की खराब नीतियों को जन-जन तक बताया जाएगा। 2007 की तरह सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की सरकार बनानी है। बसपा की सरकारों में अन्याय अपराध भ्रष्टाचार मुक्त और विकास युक्त सरकार रही है।