मां और बड़े भाई का आशीर्वाद लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज नामांकन के लिए राघोपुर रवाना हो गए. नामांकन के पहले तेजस्वी यादव को उनकी मां और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने दही खिलाई और फिर उन्होंने बड़े भाई तेजप्रताप यादव और मां का आशीर्वाद लिया.
नामांकन के लिए रवाना होने से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के मुखिया नीतीश कुमार को ओपेन चैलेंज किया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं भी बिहार के डिप्टी सीएम के पद पर रहा हूं. कोई एक भी दाग मेरे कार्यकाल के दौरान लगा दे तो मैं मान लूंगा. मैंने बिहार के डिप्टी सीएम के पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार रोकने के लिए कमिटी बनाई.
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) राघोपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे. तेजस्वी यादव बुधवार को इस सीट से अपना पर्चा दाखिल करेंगे. वैशाली जिले की सीट से तेजस्वी यादव ने 2015 के चुनाव में जीत हासिल की थी जिसके बाद वह बिहार के डिप्टी सीएम बने थे. इस बार भी इस सीट पर उनका मुकाबला बीजेपी (BJP) के प्रत्याशी सतीश कुमार से होगा. राजद (RJD) से मिली जानकारी के मुताबिक तेजस्वी यादव दिन के 11 बजे वैशाली जिला मुख्यालय स्थित हाजीपुर के अनुमंडल मुख्यालय में नामांकन करेंगे.
इस दौरान उनके साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह समेत कई अन्य बड़े चेहरे भी शामिल होंगे. इसको लेकर पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. राघोपुर सीट को लालू परिवार का गढ़ माना जाता है और इस सीट से तेजस्वी यादव की मां राबड़ी देवी भी चुनाव लड़ चुकी हैं. 2010 के चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी सतीश कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को हराया था लेकिन 2015 के चुनाव में तेजस्वी ने चुनाव जीतकर फिर से इस सीट को कब्जे में लिया था.
इस बार भी राघोपुर सीट की गिनती बिहार के हॉट सीट के रूप में हो रही है. इससे पहले उनके बड़े भाई और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने भी मंगलवार को नामांकन दाखिल किया, हालांकि तेजप्रताप यादव ने इस बार के चुनाव में अपनी सीट बदल ली है. पहले जहां वह वैशाली जिले के महुआ सीट से विधायक व करते थे तो वहीं इस बार के चुनाव में वह वैशाली की जगह समस्तीपुर चले गए हैं जहां की हसनपुर सीट से वह चुनावी मैदान में हैं. उनकी पत्नी ऐश्वर्या राय के भी चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन ऐसा अभी तक नहीं हुआ है. तेजप्रताप साल 2015 में पहली बार विधायक और फिर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री बने थे.