नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के ओल्ड चीफ शरद पवार को मनाने की जद्दोजहद जारी है. अजित पवार आज सभी मंत्रियों के साथ उन्हें एक बार फिर ‘मनाने’ के लिए पहुंचे. प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल भी साथ थे. बगावत के बाद पहली बार दोनों गुटों में खुलकर बातचीत हुई है. इससे पहले डिप्टी सीएम अजित पवार ने अकेले शरद पवार से मुलाकात की थी. प्रफुल्ल पटेल ने बताया बुजुर्ग पवार ने सभी बातें सुनी लेकिन कुछ जवाब नहीं दिया. कहा कि उन्होंने पैर पकड़कर उनसे आशीर्वाद लिया.
इससे पहले खबर आई कि बैठक में शामिल होने के लिए शरद पवार गुट से जुड़े जयंत पाटिल और जितेंद्र अव्हाड को भी बुलाया गया. जयंत पाटिल ने बताया कि सुप्रिया सुले ने उन्हें फोन करके बुलाया था. मीटिंग थोड़ी देर में खत्म हो गई. अजित गुट के प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि उन्होंने शपद पवार से अनुरोध किया कि एनसीपी युनाइटेड रहनी चाहिए. शरद पवार ने उनकी बातें तो सुनी लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
14 जुलाई को एकनाथ शिंदे कैबिनेट के विस्तार में अजित पवार गुट को लगभग मनमुताबिक मंत्रालय दिया गया है. बगावती अजित पवार को वित्त मंत्रालय और योजना मंत्रालय मिला है. शरद पवार के विश्वसनीय रहे छगन भुजबल को कृषि, दिलिप वालसे को सहकारिता, धर्मराव आत्राम को परिवहन, आदिति तटकरे को महिला और बाल विकास, धनंजय मुंडे को सामाजिक न्याय विभाग और हसन मुशरिफ को अल्पसंख्यक मामलों का विभाग दिया गया है. वित्त, सिंचाई, आवास, सहकारिता और लोक निर्माण जैसे मंत्रालयों की डिमांड की थी.