पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने सभी केंद्रीय एजेंसियों को घेरते हुए बड़ा बयान दिया है. मुफ्ती ने एक बयान दिया, जिसके बाद सभी लोग हौरान रह गये है. उन्होंने अपने बयान में बॉलीवुड स्टार शाहरूख खान (Shah Rukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) का नाम लिया और सिर्फ उनके उपनाम के कारण ही केन्द्रीय एजेंसियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है. पीडीपी चीफ के इस बयान को लेकर अब तक दो वकीलों ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से कार्रवाई की मांग की है.
वकीलों ने महबूबा के बयान के लिये कही ये बात
महबूबा मुफ्ती की तरफ से आर्यन खान को लेकर दिए सभी बयान को दो वकीलों ने समाज में सांप्रदायिक आधार पर घृणा फैलाने वाला कहा है. वकील विनीत जिंदल और अक्षिता ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से एफआईआर दर्ज करने और सख्त कार्रवाई की मांग करी है. मुफ्ती ने इस बात का दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के ‘कोर’ मतदाताओं को खुश करने के लिए मुसलमानों को हथियार बनाया जा रहा है.
महबूबा मुफ्ती ने कही थी ये बात
बीते दिनों महबूबा ने ट्वीट किया कि, ‘‘चार किसानों की हत्या के आरोपी केन्द्रीय मंत्री के बेटे के मामले में उदाहरण पेश करने के स्थान पर केन्द्रीय एजेंसियां 23 साल के युवक के पीछे पड़ी हैं, सिर्फ इसलिए क्योंकि उनका उपनाम खान है. न्यायपालिका का मखौल है कि बीजेपी के कोर मतदाताओं को खुश करने के लिहाज से मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है.’’
बीजेपी नेता रवींद्र रैना ने इस पर बोला कि, ‘महबूबा मुफ्ती सिर्फ राष्ट्र विरोधी राजनीति करती हैं. महबूबा मुफ्ती का लेना देना है अलगाववादियों से, देश को तोड़ने वालों से, लश्कर से. उनके हर बयान में अलगाववाद दिखता है.’
आशीष मिश्रा के लिये कह दी ये बात
केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा का नाम लेते हुए मुफ्ती ने तंज कसा. मुफ्ती आशीष का संदर्भ दे रही थीं, जिन पर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में किसानों को कुचलने का आरोप है. अभी तो आशीष मिश्रा को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.